दिल्ली दंगे की चार्टशीत में सामने आया योगेंद्र यादव का नाम

केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम के कपाट उद्घाटन के अवसर पर रहेंगे मौजूद। कांग्रेस पार्टी चुनावी सभा ज़िला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला का दसवीं का परीक्षा परिणाम घोषित मतदाताओं को एक-एक वोट के महत्व के बारे में किया जागरूक उत्तराखंड : बाबा केदार की पंचमुखी डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से दूसरे पड़ाव फाटा को प्रस्थान हुई हापुड़ के स्कूलों में अग्निशमन विभाग ने चलाया प्रशिक्षण अभियान शाहजहांपुर : चुनाव में लगेंगे वाहन, सफर करना होगा मुश्किल ईडी रिमांड 10वीं का परीक्षा परिणाम घोषित हाथरस में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू गर्ल्स होस्टल में आया सांप का जोड़ा छात्राओं में फैली दहशत मुख्यमंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी नवीन जिंदल ने लाडवा में विजय संकल्प रैली को संबोधित किया भिवानी जिला के कस्बा बहल में भाजपा की विजय संकल्प रैली का आयोजन भाजपा प्रत्याशी आर.के सिंह ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया किया CCTV कैमरे में कैद हुआ अवैध संबंध और नशे वाला दूध आज का राशिफल भीषण गर्मी में कवर्धा वनमंडल अंतर्गत के क्षेत्रों में कर रहे आग पर नियंत्रण गेहूं खरीद में चार जिलों में अब होगी छापामारी कल से शुरू होगा प्रत्याशियों का नामांकन

दिल्ली दंगे की चार्टशीत में सामने आया योगेंद्र यादव का नाम

Deepak Chauhan 21-06-2020 20:27:32

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़के सांप्रदायिक दंगों में दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की हत्या के मामले में दाखिल आरोपपत्र में समाजसेवी एवं स्वराज इंडिया प्रमुख योगेंद्र यादव का नाम अया है। हालांकि आरोपपत्र में उन्हें आरोपी नहीं बनाया गया है। आरोपपत्र में कहा गया है कि वह मौके पर भाषण दे रहे थे, तभी भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। इनके अलावा आरोपपत्र में छात्र नेता कवलप्रीत कौर व अधिवक्ता डीएस बिन्द्रा का नाम भी है।

42 वर्षीय हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की हत्या चांद बाग इलाके में गोली मारकर की गई थी। इससे पहले दो समुदाय विशेषों के बीच पत्थरबाजी हुई थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बीते आठ जून को कड़कड़डूमा स्थित मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट राकेश कुमार रामपुरिया की अदालत के समक्ष आरोपपत्र दाखिल किया था। पुलिस के मुताबिक यादव, कौर व बिंद्रा उन 17 आरोपियों की सूची में शामिल नहीं है, जिनके खिलाफ यह आरोपपत्र दाखिल किया गया। लेकिन आरोपपत्र में कहा गया है कि इनके तार चांद विरोध प्रदर्शन से जुड़े हुए थे। बिंद्रा जहां (एआईएमआईएम) कौर (एआईएसए), देवांगना कलीटा (पिजंडा तोड़), सफूरा जरगर व योगेंद्र यादव समेत सभी का दंगों के पीछे एक छिपा हुआ एजेंडा था।


चार्जशीट में 17 लोग आरोपी बनाए गए हैं

वहीं, इस आरोपपत्र में आरोपी बनाए गए 17 आरोपी 18 से 50 वर्ष के बीच की उम्र के हैं। इनमें अधिकांश चांदबाग इलाके के रहने वाले हैं। कुछ नजदीक के इलाके प्रेम नगर, मुस्ताफाबाद आदि के हैं। आरोपपत्र में
कहा गया है कि घटना के समय हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल, गोकुलपुरी के एसीपी व शाहदरा के डीसीपी चांद बाग के पास चल रहे विरोध प्रदर्शन स्थल पर ही थे। तभी भीड़ ने हमला किया। रतन लाल को गोली लगी। वह वजीराबाद रोड पर गिर गए। इसके बाद भी दंगाइयों ने उन्हें लोहे के रॉड व डंडों से पीटा। उन्हें गुरुतेग बहादुर अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमॉर्टम से पता चला कि हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल के शरीर पर गोली के अलावा 21 गहरे जख्म पाए गए थे।


चश्मदीद गवाहों ने योगेंद्र यादव का नाम लिया

आरोपपत्र में कहा गया है कि योगेंद्र यादव का नाम चश्मदीद गवाहों के बयानों के आधार पर आरोपपत्र में शामिल किया गया है। पुलिस के मुताबिक चश्मदीद गवाहों का कहना है कि चांद बाग के विरोध प्रदर्शन स्थल पर अक्सर अधिवक्ता भानु प्रताप, बिंद्रा, यादव, जेएनयू के बहुत सारे छात्र, जामिया व दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र आया करते थे। ये सभी सरकार व नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बोला करते थे। यह सिलसिला जनवरी से 24 फरवरी तक जारी रहा।

इस मामले पर योगेंद्र यादव ने कहा कि मैंने तो हर कदम पर हिंसा का विरोध किया है। यह तो पुलिस ही बता सकती है कि मेरा नाम चार्जशीट में क्यों लिया गया है। मैंने जो एक एक शब्द  बोला है, उसका रिकॉर्ड है। वीडियो फुटेज है। ट्विटर और फेसबुक पर है। एक भी शब्द ऐसा नहीं है जो हिंसा का समर्थन करता है।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :