नई दिल्ली। Chaitra Navratri 2024 7th Day: चैत्र नवरात्र का पर्व बेहद पवित्र माना गया है। आज सप्तमी तिथि है। यह दिन देवी काली की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन मां दुर्गा के इस स्वरूप की पूजा करने से मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन के सभी दुखों का अंत होता है। देवी का यह स्वरूप जितना उग्र है उनका हृदय उतना ही निर्मल है।
वहीं अगर आप किसी ऐसे संकट में फंस गए हैं, जिससे निकलना मुश्किल हो रहा है, तो आपको माता रानी के इस स्वरूप की विशेष पूजा-अर्चना करनी चाहिए। तो आइए पूजन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को यहां जानते हैं -
मां कालरात्रि का प्रिय रंग
मां कालरात्रि को लाल रंग अति प्रिय है। ऐसे में अगर आज के दिन माता रानी को लाल रंग का वस्त्र चढ़ाया जाए, तो वे बेहद प्रसन्न होती हैं। साथ ही घर
में सुख-समृद्धि का वास रहता है।
मां कालरात्रि का प्रिय भोग
देवी काली को गुड़ बेहद पसंद है। ऐसे में सप्तमी तिथि को माता रानी को गुड़ का भोग अवश्य लगाना चाहिए। इससे रोग-दोष का नाश होता है।
मां कालरात्रि पूजन सामग्री
मां कालरात्रि की पूजा में गुड़, गुड़हल का फूल, घी, दीपक, शमी के पत्ते, गंगाजल, सुपारी, पान का पत्ता, कपूर, लौंग, नारियल, लाल चुनरी, मिठाई, फल, सिन्दूर, काजल, कंघी, बालों का तेल, शैम्पू, नेल पेंट, लिपस्टिक, माचिस, बत्ती, इत्र, चंदन, आदि चीजों का होना जरूरी होता है।
मां कालरात्रि पूजन समय
सप्तमी तिथि की शुरुआत 14 अप्रैल, 2024 प्रातः 11 बजकर 44 मिनट पर हो चुकी है। वहीं, इसका समापन 15 अप्रैल, 2024 दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर होगा। इस दिन अभिजीत मुहूर्त प्रातः 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। ऐसा माना जाना जाता है कि इस दौरान पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
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