नई दिल्ली। Sikkim Travel: सिक्किम में एक बेहद खूबसूरत जगह है जहां जाकर आपको जन्नत में होने का एहसास होता है जिसका नाम है युमथांग वैली। सिक्किम की राजधानी गंगटोक से तकरीबन 140 किमी उत्तर में स्थित है युमथांग घाटी। जिसे “फूलों की घाटी” नाम से भी जाना जाता है। जहां आकर आप कई तरह के खूबसूरत फूलों का दीदार कर सकते हैं। अगर आप सिक्किम घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो इस जगह को देखना बिल्कुल भी मिस न करें। 3,564 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह वैली एडवेंचर और नेचर लवर्स के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है।
क्यों खास है युमथांग वैली?
युमथांग वैली को खासतौर से अपने शानदार नजारे के लिए जाना जाता है। घाटी में रोडोडेंड्रोन फूलों (राज्य फूल) की 24 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं, जो फरवरी से जून तक खिलते हैं। इस घाटी में कई गर्म झरने भी मौजूद हैं, जो त्वचा से जुड़ी कई तरह की समस्याएं दूर करती हैं। इसके अलावा यहां आकर आप ट्रेकिंग और कैम्पिंग जैसी एक्टिविटीज भी एन्जॉय कर सकते हैं।
युमथांग वैली के लिए जरूरी टिप्स
किसी
भी मौसम में युमथांग वैली का प्लान बनाएं, अपने साथ गर्म कपड़े जरूर कैरी करें, क्योंकि ये जगह। काफी ऊंचाई पर स्थित है जिस वजह से यहां का मौसम बदलता रहता है।
युमथांग घाटी में एटीएम वगैरह की सुविधा नहीं है, तो अपने साथ कुछ कैश जरूर रखें।
डायरेक्ट युमथांग पहुंचने का प्लान थकान भरा हो सकता है इसलिए पहले गंगटोक से लाचुंग जाएं और वहां नाइट स्टे करें फिर अगली सुबह युमथांग के लिए निकलें।
युमथांग घाटी घूमने के लिए खास परमिट की जरूरत होती है, तो यहां जाने से पहले परमिट जरूर ले लें।
युमथांग वैली जाने का बेस्ट सीज़न
युमथांग घाटी घूमने का बेस्ट सीज़न फरवरी से लेकर जून तक रहता है, तो इसी के बीच प्लान बनाएं। सितंबर से दिसंबर तक ये जगह बर्फ से ढक जाती है।
कैसे पहुंचे युमथांग वैली?
युमथांग वैली गंगटोक से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सड़क मार्ग यहां तक पहुंचने का बेस्ट ऑप्शन है। युमथांग वैली तक पहुंचने के लिए गंगटोक से लाचुंग पहुंचें और फिर वहां से युमथांग। लाचुंग से, युमथांग पहुंचने में लगभग 50 मिनट का वक्त लगता है।
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