नई दिल्ली - भिंड में एमपी बोर्ड एग्जाम में 12वीं के अंग्रेजी के पेपर में 10शिक्षकों को नजरबंद किया गया। ये शिक्षक को सर्किट हाउस में बैठाए रखा गया। जब इस बात की नजर मीडिया को लगी। इस पर मीडिया कर्मियों को शिक्षिकों से दूर रखा गया। जिला प्रशासन का यह कदम नकल पर नकेल कसने के लिए बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि एमपी बोर्ड की 1 मार्च से कक्षा 10 वीं और 2 मार्च से कक्षा 12 वीं की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। बोर्ड परीक्षा में नकल पर शिकंजा कसने के लिए प्रशासन चुस्त दुरूस्त बना हुआ है। नकल पर नकेल बनाए रखने के लिए नौ प्राइवेट और एक सरकारी शिक्षक को नजरबंद किया गया। इन शिक्षकों पर नकल को बढ़ावा दिए जाने का संदेह अफसरों ने को बना हुआ था।
शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई
आपको बता दें शिक्षा विभाग द्वारा एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ये कदम उठाया गया है। यहां पर नकल के केस ज्यादा आते हैं। जिसके चलते विभाग द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए कोचिंग संचालकों और शिक्षकों को 3 घंटे के लिए सर्किट हाउस में नजर बंद करके रखा गया है। आज कक्षा 12 वीं का इंग्लिश
का पेपर है। जहां नकल पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन की बड़ी कार्रवाई की गई है। जहां शिक्षा विभाग की टीम भी सर्किट हाउस पर बैठी है। आपको बता दें कक्षा बारहवीं के इंग्लिश का पेपर देखते हुए इंग्लिश के सभी शिक्षकों को नजरबंद कर दिया गया है। इस मौके पर एसडीएम उदय सिंह सिकरवार खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। 10 शिक्षकों को सर्किट हाउस में बैठे हैं। सर्किट हाउस में बैठे शिक्षकों ने बताया कि एक दिन पहले ही कोचिंग संचालकों के पास फोन आया और यह कह कर बुलाया गया कि 4 मार्च को 12 वीं का इंग्लिश का पेपर है इसलिए उन्हें सुबह 8 बजे से सर्किट हाउस में बैठना है। तो वहीं अधिकारी का कहना है कि शिक्षकों को नजर बंद नहीं किया गया है बल्कि सम्मान पूर्वक बैठाया गया है।
ये हुए नजर बंद
12वीं के अंग्रेजी पेपर की परीक्षा में करीब अंग्रेजी विषय के शासकीय और अशासकीय विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को रेस्ट हाउस में नजरबंद किया गया है, नजरबंद किए गए शिक्षकों में रामवीर भदौरिया, गिरीश, नितिन दिक्षित, बीएस चौहान, मनीष शर्मा, सोनू नरवरिया, आदित्य चौहान, एसबी सिंह, जेपी कुशवाहा, बीएस तोमर अंग्रेजी विषय के विशेषज्ञ शिक्षकों को नजरबंद किया गया है।
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