भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रविवार 15 सितंबर को धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में खेले जाने वाले पहले टी-20 मैच को बारिश के कारण रद्द कर दिया गया है। भारी बारिश के बाद मैदान गीला होने के कारण टॉस भी नहीं हो पाया, मैच शुरू होने की तो बात ही क्या करें। अब सीरीज का दूसरा मुकाबला बुधवार (18 सितंबर) को मोहाली में खेला जाना है। मोहाली में होने वाले इस मैच में मौसम साफ रहने की उम्मीद जताई जा रही है। मोहाली के आईएस बिंद्रा पीसीए स्टेडियम में पिच को रनों से भरपूर बताया जा रहा है। टी-20 में मोहाली को हमेशा ही हाई स्कोरिंग के लिए जाना जाता है। हालांकि, पिच में बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए संभावनाएं हैं। इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें सीजन में मोहाली की पिच को बेस्ट पिच का अवॉर्ड भी दिया गया था।
बीसीसीआई पिचों और मैदानों के चेयरमैन रहे दलजीत सिंह मिड 1990 से स्टेडियम के क्यूरेटर भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां की पिच पहले बॉलर फ्रैंडली थी, लेकिन अब
यह बल्लेबाजों के अनुकूल हो गई है। उन्होंने कहा, ''हर पिच की अपनी एक उम्र होती है। 26 साल से अधिक समय से यहां मैच खेले जा रहे हैं। मोहाली के ट्रेक पर बहुत क्रिकेट खेला गया है। इसलिए यह अपना मूलस्वरूप खो रही है। महत्वपूर्ण यह है कि पिच ऐसी हो जिसमें हर खिलाड़ी के लिए कुछ न कुछ हो। यह अभी सीजन की शुरुआत है।''
उन्होंने यह भी कहा की मानसून के बाद उत्तर भारत की पिच एकदम नई होती है दलजीत को लगता है कि अच्छी तैयारियों ने इस पिच को हाई स्कोरिंग बना दिया है। उन्होंने कहा, ऑफ सीजन में हम पिचों की खूब देखभाल करते हैं। जुलाई-अगस्त में मोहाली में कोई क्रिकेट नहीं होता। दलजीत पीसीए के चंडीगढ़ के निकट मुल्लानपुर में बने नए स्टेडियम के भी क्यूरेटर हैं। पीसीए मुल्लानपुर को 2020 तक अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी के लिए तैयार करना चाहता है। भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही टीमें अपने गेंदबाजी आक्रमण को पुनर्गठित कर रही हैं। लेकिन बल्लेबाजों के लिए यहां भरपूर संभावना होगी।
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