यह बदलते यूपी की तस्वीर है

Jim Corbett-जंगल में चारों तरफ सफारी जीप देखकर गुस्से में बौखलाया हाथी पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था-राजस्थान ललितपुर में दो ट्रांसफार्मरों में लगी भीषण आग आरओ-एआरओ पेपर लीक मामले पर ईडी की नजर भाजपा नेता स्वतंत्र देव सिंह-लखनऊ अखिलेश जनसभा अकबरपुर-कानपुर देहात लोकसभा चुनाव पुनर्मतदान-राजस्थान Weight Gain Diet: 15 दिन में बढ़ेगा 4 kg वजन जनजातीय लोग ढोल - नगाड़ों सहित उत्साह के साथ मतदान करने पहुंचे कोई घोड़े पर सवार होकर, तो कोई पहाड़ी रास्तों पर चलकर, तो कोई नदी पार कर पहुंचा मतदान करने पीलीभीत टाइगर रिजर्व की हरीपुर रेंज में भी शुरू होगा पर्यटन, मिली मंजूरी आज का राशिफल केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम के कपाट उद्घाटन के अवसर पर रहेंगे मौजूद। कांग्रेस पार्टी चुनावी सभा ज़िला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला का दसवीं का परीक्षा परिणाम घोषित मतदाताओं को एक-एक वोट के महत्व के बारे में किया जागरूक उत्तराखंड : बाबा केदार की पंचमुखी डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से दूसरे पड़ाव फाटा को प्रस्थान हुई हापुड़ के स्कूलों में अग्निशमन विभाग ने चलाया प्रशिक्षण अभियान शाहजहांपुर : चुनाव में लगेंगे वाहन, सफर करना होगा मुश्किल

यह बदलते यूपी की तस्वीर है

Administrator 19-04-2019 18:33:40

दिलीप मंडल

नई दिल्ली .यूपी में 24 साल बाद बहनजी और नेताजी के एक साथ आने के बाद अब प्रदेश में राजनीति की तस्वीर साफ हो गई है. यह बहुत बड़ा सामाजिक समीकरण हैं, जिसमें दलित-पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की हिस्सेदारी के बाद इसे रोक पाना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा.बाकी जनता मालिक है लोकतंत्र में. जिसे चाहे जिता दे, जिसे चाहे हरा दे.

सपा और बसपा ने अपनी पिछली कड़वाहट भुलाई है, यह महत्वपूर्ण है. इस कड़वाहट का बुरा असर दलितों और पिछड़ों दोनों ने झेला है. सपा राज में दलितों और बसपा राज में पिछड़ों का काफी अहित हुआ है.इसके अलावा दोनों दलों को जीतने के लिए सवर्णों की शरण में जाना
पड़ा था क्योंकि दोनों दलों का अपना वोट बैंक इन्हें जिताने के लिए काफी साबित नहीं हो पा रहा था.

इस वजह से दोनों दलों की राजनीति में काफी विकृतियां आ गईं थी, जिससे देश भर के आंबेडकरवादी और लोहियावादी निराश हो रहे थे.अब उनकी कई शिकायतें दूर हो सकती हैं.अब बसपा और सपा के साथ आने के बाद सवर्णों की लल्लो -चप्पो करने की दोनों की मजबूरी खत्म हो गई है.इस सभा में मायावती और अखिलेश यादव दोनों ने नरेंद्र मोदी को नकली ओबीसी कहा है. ये लोकसभा चुनाव का बड़ा मुद्दा बन सकता है.इसके अलावा इस रैली में बहनजी ने घोषणा की है कि निजी क्षेत्र की नौकरियों में भी आरक्षण लागू करेंगी,

  • |

Comments

Replied by foo-bar@example.com at 2019-04-29 05:54:30

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :