अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: सखी सैया खूब कमात हैं महंगाई डायन खाय जात हैं” ये कुछ बोल आज की परिस्थति को स्पष्ट बया करते हैं। कोरोना के चलते महंगाई से हमारे देश की अर्थव्यवस्था में बहुत बार उतार-चढ़ाव देखने को मिले। चुनाव के खत्म होने के बाद होली से ठीक पहले प्रोविडेंट फंड सब्सक्राइबर्स को मोदी सरकार ने बड़ा झटका दिया है.
बता दे कि ईपीएफ की बैठक में पीएफ की ब्याज दर घटाने का फैसला लिया गया है। आपको बता दें कि भविष्य निधि पर पहले 8.5 फीसदी ब्याज मिलता
था और अब 8.1 फीसदी कर दिया गया है। यह दर पिछले करीब 4 दशकों यानी 40 सालों में सबसे कम है।
आपको बता दें कि 1977-78 में ईपीएफओ ने 8 फीसदी का ब्याज दिया था। उसके बाद से यह 8.25 फीसदी या उससे अधिक रही है। 11 मार्च, शुक्रवार को ही EPFO की दो दिवसीय बैठक शुरू हुई थी, जो आज शनिवार को खत्म हुई । इस बैठक में ब्याज दरों को कम कर दिया गया है। सरकार के इस फैसले से देश के करीब 6 करोड़ कर्मचारियों को बड़ा झटका लगेगा।
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