जाने वो अनोखी भाषा, जिसे पूरी दुनिया में अकेले बोलती है ये महिला

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जाने वो अनोखी भाषा, जिसे पूरी दुनिया में अकेले बोलती है ये महिला

Anjali Yadav 04-10-2020 16:20:11

अंजलि यादव,

लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,


नई दिल्ली: कहते है भाषा के माध्यम से ही हम एक-दूसरे की बातों और विचारों को समझ और समझा पाते हैं. ऐसे ही दुनियाभर में लगभग 6,900 से भी ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं. इनमें से कई भाषा ऐसी हैं, जो हजारों साल पुरानी है. वहीं कई भाषा ऐसी भी हैं, जिनका अस्तित्व बहुत जल्द ही खत्म होने वाला हैं. इसका कारण यह है कि इन भाषाओं को बोलने वाले मुश्किल से हजार लोग ही बचे हैं. आइए जानते है ऐसे ही कुछ भाषा से जुड़ी दिलचस्प बातें जो इसे बनाती हैं खास-


भाषा लगभग हो चुकी गायब

कुछ इसी तरह की एक भाषा है यघान. बता दे कि अर्जेंटीना के एक द्वीप की यघान मूल भाषा अब लगभग गायब हो चुकी है. बताया जाता है कि दक्षिण अमरीका के आख़िरी कोने के नज़दीक एक छोटे से जज़ीरे पर यघान क़बीले के लोग रहते हैं. ये लोग संवाद के लिए आग का इस्तेमाल करते थे. चूंकि ये इलाक़ा काफ़ी ठंडा है, लिहाज़ा आग से इन्हें गर्मी भी मिलती है.
1520 में पुर्तगाल के अन्वेषक फर्डिनेंड मैग्लेन ने इस इलाक़े को खोजा था. उन्होंने इस इलाक़े को टिएरा डेल फ्यूगो यानी 'लैंड ऑफ़ फ़ायर' नाम दिया था. क्योंकि मैग्लेन ने इस द्वीप के किनारों
पर आग जलती हुई देखी थी.
आज ये प्राचीन क़बीलाई समाज लगभग ख़ात्मे की ओर बढ़ चला है. लेकिन, अभी भी कुछ लोग हैं जो चाहते हैं कि उनकी पहचान बनी रहे.
यघान भाषा को लेकर हैरान करने वाली बत ये है कि इसे बोलने वाला एक ही शख्स जीवित है, जो एक महिला है. बता दें कि यघान भाषा को अर्जेंटीना और चिली के बीच बसे टिएरा डेल फ्यूगो नामक द्वीप पर रहने वाले आदिवासी बोला करते थे. इस भाषा को संस्कृत से मिलता-जुलता माना जाता है. हालांकि, अब इसे बोलने वाली एकमात्र बुजुर्ग महिला है.



बोलने वाली एकमात्र बुजुर्ग महिला

इस भाषा को बोलने वाली इस महिला का नाम क्रिस्टिना काल्डेरॉन है. क्रिस्टिना को स्थानीय लोग अबुइला बुलाते हैं. अबुइला एक स्पेनिश शब्द है, जिसका अर्थ दादी मां होता हैं. क्रिस्टिना के परिवार के बाकी सदस्य स्पेनिश या अंग्रेजी जैसी भाषाएं बोलते हैं. हालांकि, परिवार के कई सदस्य भाषा समझते तो हैं, लेकिन बोल नहीं पाते हैं.



कई बार किया गया सम्मानित

यघान भाषा के अस्तित्व को बरकरार रखने के लिए क्रिस्टिना को कई बार सम्मानित भी किया जा चुका हैं. साल 2009 में चिली सरकार ने उन्हें Living Human Treasure की उपाधि दी. यह उपाधि उन लोगों को मिलती है, जिन्होंने कल्चर को सहेजने में बेहद बड़ी भूमिका निभाई हो.

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