देश के 42 केंद्रीय कॉलेज में 18 हज़ार से अधिक पद ख़ाली

पीलीभीत में गोमती नदी को रात में ही शारदा नहर से दिया गया पानी पीलीभीत से सुहाना हो जाएगा लखनऊ का सफर, आज से चलेगी समर स्पेशल ट्रेन पांचवें चरण की अधिसूचना आज जारी होने के साथ ही झारखंड की तीन सीटों चतरा, हजारीबाग और कोडरमा के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू अयोध्या में राम लला को समर्पित कीं रामायण पर ड्राइंग व क्राफ्ट की अभ्यास पुस्तिकाएं झारखंड में चौथे चरण के लोकसभा सीट के लिए 65 प्रत्याशियों ने किया नामांकन प्रवेश प्रक्रिया- यूजी-पीजी दूसरा चरण मतदान मौसम-राजस्थान अनूपगढ़ : सिंचाई पानी को लेकर हुए विवाद में एक वृद्ध व्यक्ति की मौत लोकसभा चुनावों के चौथे चरण के लिए नामांकन पत्रों की जांच आज होगी लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत छत्तीसगढ़ के तीन लोकसभा क्षेत्रों में जोर-शोर से जारी है मतदान आज का राशिफल पुलिस ने लेवी मांगनेवाले दो अपराधियों को हथियार सहित दबोचा Karauli : श्री महावीर जी में भगवान जिनेन्द्र की निकली रथ यात्रा पीलीभीत टाइगर रिजर्व के बीच स्थित नहरों का जंक्शन है खास 29 को कल्पना सोरेन गांडेय से करेगी नामांकन बीजापुर के आराध्य देव चिकटराज मेले का हुआ समापन उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लगातार जारी कांग्रेस प्रत्याशी ने किया नामांकन फॉर्म जमा - झाबुआ रामपुर पहुंचे संजय सिंह, कहा- इंडिया गठबंधन की बनेगी सरकार

देश के 42 केंद्रीय कॉलेज में 18 हज़ार से अधिक पद ख़ाली

Anjali Yadav 18-09-2020 15:42:19

अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया,

नई दिल्ली: देश के अलग-अलग हिस्सों में नौकरियों और विभिन्न पदों को भरने के लिए हुई परीक्षाओं के नतीजे निकालने के लिए हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के बीच केंद्र सरकार ने जानकारी दी है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अठारह हजार से अधिक पद रिक्त है.

संसद में एक लिखित प्रश्न का जवाब देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि खाली पड़े पदों में 6,210 शैक्षणिक और 12,437 गैर-शैक्षणिक पद हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावा इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी में 196 शैक्षणिक पद और 1,090 गैर शैक्षणिक पद रिक्त पड़े हुए हैं. इसके अलावा तीन केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालयों में 52 शैक्षणिक और 116 गैर-शैक्षणिक पद खाली हैं.


खाली पदों को भरने के लिए दिशानिर्देश

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पदों का रिक्त होना और भरते रहना एक सतत प्रक्रिया है. शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी विश्वविद्यालयों पर नजर रखते है. उन्होंने आगे कहा कि यूजीसी ने 4 जून, 2019 को विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को खाली पदों को भरने के लिए दिशानिर्देश दिए थे, जिनके तहत चयन प्रक्रिया और भर्ती के लिए समयसीमा दी गई है. खाली रिक्तियों को भरने का काम विश्वविद्यालयों को करना होता है.

रिपोर्ट के मुताबिक, इतनी बड़ी संख्या में पद रिक्त होने, जो शिक्षकों की कुल तयशुदा संख्या का एक तिहाई है, के बावजूद सरकार ने कहा है कि मंत्रालय वर्तमान में एडहॉक, कॉन्ट्रैक्ट या गेस्ट फैकल्टी के बतौर काम कर रहे शिक्षकों को स्थायी करने के बारे में नहीं सोचा रहा है.


रिक्त शिक्षण
पदों की संख्या बढ़ाई

केंद्रीय विश्वविद्यालयों में रिक्तियों के बारे में शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि साल 2019-20 के लिए ओबीसी के लिए रिक्त शिक्षण पदों की संख्या बढ़कर 300 हो गई है, जबकि एससी और एसटी के लिए यह आंकड़ा क्रमशः 172 और 73 है. 2018-19 की तुलना में ओबीसी की 23, एससी की 16 और एसटी की पांच रिक्तियों में बढ़ोतरी हुई है. इससे पहले 2017-18 में ओबीसी के 165, एससी के 113 और एसटी के 38 शैक्षणिक पद खाली थे.

गैर-शैक्षणिक पदों की बात करें, तो साल 2019-20 में ओबीसी के 40, एससी के 21 और एसटी के 09 पद रिक्त हैं. 2018-19 में ओबीसी के लिए खाली पदों की संख्या 158, एससी की 80 और एसटी की 40 थी. साल 2017-18 में ओबीसी के 95, एससी के 69 और एसटी के 32 गैर-शैक्षणिक पद खाली थे. इसी दौरान मानव संसाधन और विकास मंत्रालय ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों को उनके यहां नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति दे दी है.


अगस्त के आखिरी हफ्ते में दिया था निर्देश

अगस्त के आखिरी हफ्ते में जारी एक आदेश में मंत्रालय ने निर्देश दिया था कि जब तक कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन की वधि ख़त्म न हो, तब तक शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक पदों पर होने वाली नियुक्तियों को रोक दिया जाए. इस पत्र में इसका स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है, लेकिन अधिकारियों के अनुसार ऐसे समय में जब अर्थव्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है, खर्चों को कम करना ही प्राथमिक उद्देश्य है.

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :