Nirbhaya Case : फैसला सुन रो पड़ी निरभाया की माँ, कहा 7 साल बाद अब मिलेगा न्याय

भीषण गर्मी में कवर्धा वनमंडल अंतर्गत के क्षेत्रों में कर रहे आग पर नियंत्रण गेहूं खरीद में चार जिलों में अब होगी छापामारी कल से शुरू होगा प्रत्याशियों का नामांकन रांची लोकसभा सीट कांग्रेस प्रत्याशी यश्विनी सहाय नामांकन हमीरपुर में प्रेक्षक ने किया स्ट्रांग रूम और मतगणना स्थल इस्कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन टोंक : नेशनल हाईवे 52 पर सड़क हादसे में दो की मौत, तीन घायल तीसरे चरण के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना श्रीगंगानगर : वेश्यावृति के अड्डे का पर्दाफाश,11 लोगो को किया गिरफ्तार आज का राशिफल महाराष्ट्र में मुंबई सीमा शुल्क अधिकारियों ने जब्त किया 12.74 किलोग्राम सोना रंगोली बनाकर मतदान के लिए किया जागरूक सहरसा में आयोजित हुआ स्वीप जागरूकता अभियान उदयपुर : भामाशाहों की मदद लेकर स्मार्ट टीवी लगाकर स्मार्ट क्लास रूम तेजस्वी पहुंचे उदाकिशुनगंज विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री के साथ की राष्ट्रपति की अगवानी उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग युद्धस्तर पर जुटा The Great Indian Kapil Show: खत्म हुई कपिल शर्मा के शो के पहले सीजन की शूटिंग परीक्षा परिणामों के मद्देनजर विद्यार्थियों को तनावमुक्त करने विभिन्न जिलों में कार्यशाला का आयोजन विशेष पिछड़ी जनजाति के बैगा मतदाताओं को वोट डालने कलेक्टर ने दिया नेवता

Nirbhaya Case : फैसला सुन रो पड़ी निरभाया की माँ, कहा 7 साल बाद अब मिलेगा न्याय

Deepak Chauhan 19-03-2020 16:53:47

निर्भया के चारों दोषियों की फांसी पर रोक लगाने वाली याचिका दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा खारिज होने पर निर्भया की मां कोर्ट के बाहर निकलने पर रो पड़ीं। अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि अब 7 साल बाद जाकर उनकी बेटी को न्याय मिलने जा रहा है। इससे पहले बृहस्पतिवार को कोर्ट ने दोषियों की फांसी पर रोक लगाने की मांग खारिज कर दी। कोर्ट के इस फैसले के बाद शुक्रवार सुबह 5:30 बजे चारों दोषियों विनय कुमार शर्मा, पवन कुमार गुप्ता, मुकेश सिंह और अक्षय कुमार सिंह को तिहाड़ जेल संख्या-3 में फांसी दी जाएगी।  

वहीं, कोर्ट के फैसले पर दोषियों के वकील ने कहा है कि इन्हें भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर भेज दो या फिर डोकलाम (भारत-चीन बॉर्डर) भेज दो,
लेकिन फांसी मत दो। वे भारत-पाक या फिर चीन-भारत बॉर्डर पर देश की सेवा ही करेंगे। साथ ही कहा कि वे इस बाबत एक एफिडेविट भी देंगे।

इससे पहले पटियाला हाउस कोर्ट ने लंच के बाद सुनवाई रोक दी थी। दरअसल, इस मामले में नया मोड़ आ गया था, क्योंकि एक दोषी मुकेश में जेल प्रताड़ना के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है, जिस पर बृहस्पतिवार को ही सुनवाई होनी है। वहीं, पटियाला हाउस कोर्ट के जज धर्मेंद्र राणा सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे थे।मिली जानकारी के मुताबिक, दोषी मुकेश ने तिहाड़ जेल में प्रताड़ना के आरोप की जो अर्जी सुप्रीम कोर्ट में दी है। माना जा रहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने में अगले कुछ घंटे का समय लगेगा।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :