जब अमित शाह की घर-घर समझाने वाली रैली मे, एक महिला ने अपनी बालकनी मे लगाया CAA विरोधी पोस्टर

महाराष्ट्र में मुंबई सीमा शुल्क अधिकारियों ने जब्त किया 12.74 किलोग्राम सोना रंगोली बनाकर मतदान के लिए किया जागरूक सहरसा में आयोजित हुआ स्वीप जागरूकता अभियान उदयपुर : भामाशाहों की मदद लेकर स्मार्ट टीवी लगाकर स्मार्ट क्लास रूम तेजस्वी पहुंचे उदाकिशुनगंज विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री के साथ की राष्ट्रपति की अगवानी उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग युद्धस्तर पर जुटा The Great Indian Kapil Show: खत्म हुई कपिल शर्मा के शो के पहले सीजन की शूटिंग परीक्षा परिणामों के मद्देनजर विद्यार्थियों को तनावमुक्त करने विभिन्न जिलों में कार्यशाला का आयोजन विशेष पिछड़ी जनजाति के बैगा मतदाताओं को वोट डालने कलेक्टर ने दिया नेवता मतदान केन्द्र का निरीक्षण कर लौट रहे बीएसएफ के जवानों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त-08 जवान घायल टोंक के गांवों में अब ड्रोन से होगा नैनो यूरिया खाद और कीटनाशक दवाई का छिड़काव मथुरा में गेहूं क्रय केंद्र के प्रभारियों के साथ बैठक पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत टनकपुर मथुरा विशेष गाड़ी का संचालन दिसंबर 2024 तक के लिए बढ़ा पीलीभीत में बदला मौसम का मिजाज आग को लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व में भी सतर्कता बरतने के निर्देश आज का राशिफल। ₹30000 तक के महाडिस्काउंट पर मिल जाएंगे ये Gaming Laptop दवाओं का लाखों का खर्चा बचा लेगी ये दाल लखनऊ में सपा नेता राजकिशोर सिंह ने भाजपा की सदस्यता ली

जब अमित शाह की घर-घर समझाने वाली रैली मे, एक महिला ने अपनी बालकनी मे लगाया CAA विरोधी पोस्टर

Deepak Chauhan 08-01-2020 20:52:59

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की राजधानी दिल्ली के लाजपत नगर में रैली के दौरान नागरिकता कानून के विरोध में बैनर लिए दो महिलाओं को उनके किराए के घर से निकाल दिया गया है।  एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से एक महिला का कहना है कि उनके विरोध करने के बाद एक भीड़ ने उनके घर के भीतर घुसने की कोशिश की।  एक महिला सूर्या राजाप्पन ने बयान जारी कर कहा, ‘जब हमें अमित शाह की नागरिकता कानून के समर्थन में रैली का पता चला तो हमने अपने विरोध करने के लिए अपने संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल किया. एक आम नागरिक के रूप में गृहमंत्री के सामने असहमति जताने का यह बेहतरीन अवसर था. मेरा विश्वास है कि अगर मैं ऐसा नहीं कर पाती तो मेरी अंतर्रात्मा मुझे कभी माफ नहीं करती.’। 

उन्होंने कहा, ‘जैसे ही अमित शाह की अगुवाई में रैली हमारी गली से गुजरी तो फ्लैट में रहने वाली मेरी सहयोगी और मैंने हमारी बालकनी से बैनर लहराया. बैनर पर लिखा था, ‘शेम’, ‘सीएए’ और ‘एनआरसी’, ‘जय हिंद’, ‘आजादी’ और नॉट इन माई नेम’. हमने बैनर में किसी तरह के आपत्तिनजक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया था. हमारे विरोध का पता चलने पर रैली के सदस्यों ने हम पर गुस्सा किया और हम पर भद्दी और आपत्तिजनक टिप्पणियां की और हमें धमकाने की कोशिश की.’। 

उन्होंने कहा, ‘लगभग 150 लोगों की भीड़ हमारे अपार्टमेंट के नीचे इकट्ठा हो गई. बैनर को हमसे छीनकर फाड़ दिया गया. भीड़ सीढ़ी से हमारे अपार्टमेंट की तरफ बढ़ने लगी और धमकाने लगे कि अगर हमने दरवाजा नहीं खोला तो वे इसे तोड़ देंगे. हमने इतनी हिंसक प्रतिक्रिया की
उम्मीद नहीं की थी. हमें अपनी जान का डर लगा और हमने खुद को अपने घर में बंद कर लिया जबकि वे तब तक हिंसक रूप से हमारा दरवाजा पीटते रहे और चिल्लाते रहे जब तक पुलिस नहीं आ गई.’

वह कहती हैं, ‘हमारी परेशानियां यहीं खत्म नहीं हुईं. पूरा एंट्रेंस जो हमारे फ्लैट की तरफ जाता है, उसे हमारे मकान मालिक ने लॉक कर दिया और इस तरह हम घर में भी फंस गए और बाहर नहीं जा पाए. हमारा मकान मालिक भी इस भीड़ का हिस्सा था. डरकर हमने हमारे दोस्तों को मदद के लिए फोन किया. जब वे मदद के लिए मौके पर पहुंचे तो भीड़ ने उन्हें धक्का दिया और उनके साथ मारपीट करने की धमकी दी औरउन्हें अदंर नहीं जाने दिया. तीन से चार घंटे हम अंदर फंसे रहें. इस बीच हमारे मकान मालिक ने कहा कि हमें घर से निकाल दिया गया है.’

उन्होंने कहा, ‘लंबे समय बाद और पुलिस और हमारे दोस्तों के प्रयासों के बाद मेरे पिता एक पुलिस अधिकारी के साथ आए. पुलिस ने भीड़ के खिलाफ मामला दर्ज किया. सात घंटे बाद सीढ़ियों दरवाजा खुला और हम पुलिस की सुरक्षा में बाहर जा पाए. हमने अपन सामान पैक किया और चले गए.’

इस पर मकान मालिक ने कहा, ‘अमित शाह की रैली के दौरान नागरिकता कानून के विरोध में बैनर दिखाए जाने के अगले दिन वे चले गए. वे अपने माता-पिता के साथ चले गए और हमें नहीं पता कि वे कहां गएं. वह घटना सभी के लिए परेशानी का सबब थी।  यह पूछने पर कि उन्हें क्यों निकाला गया? इस पर उन्होंने कहा, ‘मुझे पहली बार में ही उन्हें अपना किराएदार नहीं बनाना था। 

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :