अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: कोरोना की दूसरी लहर का कहर कम होने के बाद अब ज्यादातर राज्यों में स्कूल-कॉलेज खोले जा रहे हैं. इस बीच दिल्ली में भी स्कूल-कॉलेजों को दोबारा खोले जाने पर विचार किया जा रहा है. इस मुद्दे पर उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में शुक्रवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की अहम बैठक हुई. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को विस्तृत योजना तैयार करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने का निर्देश दिया.
डीडीएमए की इस बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया, नीति आयोग के सदस्य विनोद कुमार पॉल, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ सुजीत सिंह, आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कृष्ण वत्स भी मौजूद रहे.
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बैठक के
दौरान कहा कि लंबे समय से स्कूल बंद रखने से पढ़ाई का नुकसान हुआ है और अधिकतर अभिभावक दोबारा स्कूल खोले जाने के पक्ष में हैं. सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार की अभिभावक-शिक्षक बैठक में मौजूद रहने वाले आठ लाख अभिभावकों में से 90 फीसदी ने दोबारा स्कूल खोले जाने का समर्थन किया.
समिति का क्या होगा काम
अधिकारियों के मुताबिक, यह समिति अभिभावकों की चिंता दूर करने, शिक्षकों व गैर-शिक्षण कर्मियों के टीकाकरण और स्कूलों की तैयारी का जायजा लेने के साथ ही एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया को अंतिम रूप देने का काम करेगी. बैठक में मौजूद रहे एक अधिकारी ने बताया, 'सैद्धांतिक रूप से स्कूलों को दोबारा खोलने में कोई हानि नहीं है. साथ ही यह निर्णय लिया गया कि इस मुद्दे पर एसओपी तैयार की जाए और इसे विशेषज्ञ समिति को सौंपा जाए. स्कूल के शिक्षकों और कर्मचारियों का टीकाकरण करने पर भी जोर दिया गया.'
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments