अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया,
मध्य प्रदेश की दो दर्जन से अधिक सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले शिवराज सरकार ने किसानों को बड़ी सौगात दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि अब किसानों को हर साल 10 हजार रुपये की मदद की जाएगी. मुख्यमंत्री कल्याण स्कीम के तहत किसानों को दो किस्तों में 4 हजार रुपये मिलेंगे, जबकि पीएम कल्याण स्कीम के तहत 6 हजार रुपये मिलेंगे.
जीत के लिए सरकार का किसानों को तोहफा
गौरतलब है कि एमपी में विधानसभा की 27 सीटें खाली हैं. बीजेपी को गद्दी बचाए रखने के लिए कम से कम नौ सीटों पर जीत हासिल करनी होगी. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल में कहा था कि मध्यप्रदेश में आगामी उप-चुनाव न तो आम चुनाव हैं और ना ही केवल उप चुनाव हैं, यह 'प्रदेश का भविष्य तय करने वाला' चुनाव है. यही वजह है कि हर कोई अपना भविष्य बचा रहा है.
उपचुनाव में जीत को पक्की करने के लिए शिवराज सरकार ने किसानों को
तोहफा दिया है. अब उन्हें सम्मान निधि के तौर पर 10 हजार रुपये मिलेगा. इससे पहले शिवराज सरकार ने किसानों की कर्जमाफी की. हालांकि, कई किसानों का एक रुपया, पांच रुपया माफ हुआ था, जिसको लेकर विपक्ष ने काफी तंज कसा था.
शिवराज का टेंपरेरी मुख्यमंत्री वाला बयान चर्चाओं में
इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का खुद को टेंपरेरी मुख्यमंत्री कहने वाला बयान सियासी गलियारों में चर्चा का विषय है. दरअसल, मुख्यमंत्री चौहान रविवार को मंदसौर जिले के सुवासरा विधानसभा क्षेत्र के सीतामऊ में थे. उन्होंने यहां विकास कार्यों का लोकापर्ण किया. सुवासरा सीट पर उपचुनाव होने वाला है.
यहां से भाजपा के संभावित उम्मीदवार हरदीप सिंह डंग होंगे, जो अभी हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए है. डंग शिवराज सरकार में मंत्री भी हैं. इस मौके पर शिवराज ने कहा था, 'अभी टेंपरेरी मुख्यमंत्री हूं, उप-चुनाव में जीत नही मिली तो टेंपरेरी मुख्यमंत्री ही रह जाऊंगा, यहां की जीत के बाद परमानेंट मुख्यमंत्री हो जाऊंगा.'
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