लखनऊ में शुरू हुई किसानों की महापंचायत

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लखनऊ में शुरू हुई किसानों की महापंचायत

Anjali Yadav 22-11-2021 16:55:45

अंजलि यादव,          
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,          


नई दिल्ली: पीएम मोदी के कृषि कानूनों की वापसी के एलान के बाद भी किसान किसी भी तरह की नरमी का कोई संकेत नहीं दिखाते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने संबंधी कानून के लिए दबाव बनाने के वास्ते सोमवार की सुबह लखनऊ में महापंचायत का ऐलान किया था. आज सुबह किसान महापंचायत शुरू हुई जिसमें भाग लेने के लिए भारी संख्या में किसान अलग-अलग जगहों से लखनऊ के इकोगार्डन पहुंचे हैं. बता दें कि किसान अबतक अपने निर्धारित विरोध प्रदर्शनों पर अडिग हैं.

वहीं, केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की उनकी मांग को पूरा करने के लिए संसद में विधेयक लाने की तैयारी कर रही है और संभवतः बुधवार को इसके लिए कैबिनेट की बैठक में रणनीति तय की जाएगी और फिर उसे संसद के शीतकालीन सत्र में पारित करा लिया जाएगा. किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) का कहना है कि संगठन अपना निर्धारित विरोध प्रदर्शन जारी रखेगा. जिसमें कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनों का एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में 29 नवंबर को संसद तक मार्च भी शामिल है. 

LIVE Updates: 

-रैली स्थल पर किसान पोस्टर, बैनर और झंडा लेकर यहां पहुंचे हैं.

-किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा है कि हमने
कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की घोषणा के बाद इस पर चर्चा की. सरकार की ओर से घोषणा किए जाने के बाद संगठन ने कुछ फैसले लिए हैं.

-संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम पहले की तरह ही जारी रहेंगे. बलबीर सिंह ने कहा कि 26 नवंबर को सभी सीमाओं पर सभा और 29 नवंबर को संसद तक मार्च होगा.

-भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर किसानों से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग इस महापंचायत में पहुंचे.

-‘चलो लखनऊ-चलो लखनऊ’ नारे के साथ उन्होंने रविवार को ट्वीट कर लिखा, ”सरकार की ओर से जिन कृषि सुधारों की बात की जा रही है, वे नकली और बनावटी हैं. इन सुधारों से किसानों की बदहाली रुकने वाली नहीं है.

-कृषि एवं किसानों के लिए न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य को कानून बनाना सबसे बड़ा सुधार होगा.”

-इस रैली में सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी की गिरफ्तारी हो.

-इसके अलावा एमएसपी समेत कई अन्य मांग रखी गई हैं.

-संगठन की ओर से आगे की रणनीति को लेकर 27 नवंबर को एक और बैठक होगी. वहीं 29 नवंबर को किसानों का संसद तक निर्धारित मार्च तय कार्यक्रम के अनुसार होगा.

-किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शनपाल, बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां समेत कई किसान नेता मौजूद रहेंगे.

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