रेमडेसिविर (Ramdesivir) को जादुई गोली नहीं- डॉक्टर गुलेरिया

इटावा सहकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद पूर्णिया: बैंक सीएसपी संचालक की हत्या, 5 लाख रुपये लेकर अपराधी फरार चित्रकूट में मतदान की तैयारियों को लेकर हुई बैठक इटावा सफ़ारी पार्क में 4 नवजात शावकों की मौत पीलीभीत से तीर्थ यात्रियों का जत्था रवाना पंजीयन विभाग ने संपत्ति की रजिस्ट्री सरकारी गाइडलाइन दर से कम रेट में करने पर लगाई रोक कन्नौज न्यायालय में कल लगेगा नि:शुल्क मेडिकल कैंप सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत राजनांदगांव में लोग घरों में लगा सकेंगे सोलर पैनल फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप ने पलवल जिले के गांव फुलवाड़ी में जनसभा को संबोधित किया। पीलीभीत में दुष्कर्म के आरोपी को फास्ट्रैक कोर्ट द्वारा सुनाई गई 10 साल सश्रम कारावास की सजा राजनाथ सिंह-ओपी श्रीवास्तव के समर्थन में सीएम योगी ने की जनसभा टोंक : महिला थाने का एएसआई 15 हजार की रिश्वत लेते गिरिफ्तार आज का राशिफल कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इंडी गठबंधन के कुरुक्षेत्र लोकसभा से प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता के लिए वोट मांगे । पलवल के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की। स्वाति मालीवाल मारपीट मामले पर केजरीवाल पर बरसीं निर्मला सीतारमण लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के नाम वापस लेने का आज अंतिम दिन आज विश्‍व दूरसंचार एवं सूचना सोसायटी दिवस है एम्स के चिकित्सक और पूर्व सैनिक मिलकर सामाजिक जागरूकता के लिए पहल करेंगे ग्राम स्वराज किसान मोर्चा ने भिवानी के गांवों में चलाया मतदाता जागरूकता अभियान, युवाओं को दिलाई शपथ

रेमडेसिविर (Ramdesivir) को जादुई गोली नहीं- डॉक्टर गुलेरिया

VIJAY SHUKLA 25-04-2021 19:43:31

प्रिया शर्मा 

लोकल न्यूज  ऑफ इंडिया 

नई दिल्ली। कोरोना (Corona) से संक्रमित सभी मरीजों को न तो ऑक्सीजन (Oxygen) की जरूरत है और न ही अस्पताल में भर्ती होने की. चिकित्सक की सलाह अपनाते हुए और कुछ दवाइयों का सेवन कर घर पर रहकर भी अधिकतर लोग ठीक हो सकते हैं. ये AIIMS , दिल्ली  के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया (Dr. Randeep Guleria) ने कही. उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर (Ramdesivir) को जादुई गोली नहीं है. यह केवल अस्पताल में भर्ती गंभीर लक्षण वाले मरीजों पर ही इस्तेमाल होनी चाहिए.


 


 

उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सभी मरीजों को ऑक्सीजन की भी जरूरत नहीं है. कुछ प्राणायाम और पेट के बल लेटकर अपना ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने चिकित्सकों और आम लोगों से अपील की है कि घबराएं नहीं. घबराहट में ऑक्सीजन और दवाओं को बर्बाद न करें. जिन्हें उसकी ज्यादा जरूरत है, उन्हें ही दी जानी चाहिए.


 


 

समय पर सही दवा दी जाए तो 90 प्रतिशत मरीज घर पर होंगे ठीक - डॉ नरेश त्रेहन, मेदांता 


 

मेदांता के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहन का कहना है कि जैसे ही आपकी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, मेरी सलाह होगी कि आप अपने स्थानीय डॉक्टर से सलाह लें, जिसके साथ आप संपर्क में हैं. सभी डॉक्टर कोविड प्रोटोकॉल जानते हैं और उसी के अनुसार आपका इलाज शुरू करेंगे. समय पर सही दवा दी जाए तो 90 प्रतिशत मरीज घर पर ठीक हो सकते हैं.


 


 

व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी पर बिलकुल भी ध्यान न दें- डॉ सुनील कुमार


 

डॉ सुनील कुमार कहते हैं कि समाचारों आदि पर ज्यादा ध्यान केंद्रित न करें, केवल चुनिंदा समाचार देखें. एक व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी चल रही है. इस पर बिलकुल
भी ध्यान न दें. कोविड 19 प्रोटोकॉल का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते पालन करें. मीडिया और डॉक्टरों को भी अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना होगा. उन्होंने कहा कि 2020 में एक नया वायरस हमारे देश में आया और हम तैयार नहीं थे. सरकार ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए टेस्टिंग को काफी बढ़ाया.


 

डॉ सुनील कहते हैं कि हमें विश्वास होना चाहिए कि हमारी सरकार, डॉक्टरों, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, महामारी विज्ञानियों के सुझावों के साथ ठोस और वैज्ञानिक कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि टीकों को लेकर भी कई अफवाह फैलाये जा रहे हैं. बता दें कि वैक्सीन के कोई गंभीर दुष्परिणाम नहीं है, बल्कि यह नगण्य है. वैक्सीन और कोविड को लेकर ​​उपयुक्त व्यवहार दो चीजें हैं जो हमें श्रृंखला को तोड़ने में मदद करेंगी.


 

हमारा एकमात्र लक्ष्य श्रृंखला को तोड़ना होना चाहिए- डॉ नवीत विग


 

एम्स के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ नवीत विग ने कहा कि अगर हमें बीमारी को हराना है तो स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को बचाना होगा. कई स्वास्थ्य कार्यकर्ता कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं. अगर हम स्वास्थ्य कर्मचारियों को बचाते हैं तो वे रोगियों को बचाने में सक्षम होंगे. अगर हम दोनों को बचाएंगे, तभी हम अर्थव्यवस्था को बचा पाएंगे. यह एक दूसरे से जुड़ा हुआ है.


 

उन्होंने कहा कि इन  सभी चीजों को बचाने के लिए हमें श्रृंखला को तोड़ना होगा. हमें रोगियों की संख्या को नीचे लाना होगा. हमारा एकमात्र लक्ष्य श्रृंखला को तोड़ना होना चाहिए. हम भारत में सकारात्मकता दर को 5 फीसदी से भी कम कर सकते हैं. अगले 3 हफ्तों में अगर हम सभी जिम्मेदारी लेते हैं और COVID के खिलाफ उचित व्यवहार करते हैं तो यह संभव है.

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :