कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का बड़ा फैसला

इटावा सहकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद पूर्णिया: बैंक सीएसपी संचालक की हत्या, 5 लाख रुपये लेकर अपराधी फरार चित्रकूट में मतदान की तैयारियों को लेकर हुई बैठक इटावा सफ़ारी पार्क में 4 नवजात शावकों की मौत पीलीभीत से तीर्थ यात्रियों का जत्था रवाना पंजीयन विभाग ने संपत्ति की रजिस्ट्री सरकारी गाइडलाइन दर से कम रेट में करने पर लगाई रोक कन्नौज न्यायालय में कल लगेगा नि:शुल्क मेडिकल कैंप सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत राजनांदगांव में लोग घरों में लगा सकेंगे सोलर पैनल फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप ने पलवल जिले के गांव फुलवाड़ी में जनसभा को संबोधित किया। पीलीभीत में दुष्कर्म के आरोपी को फास्ट्रैक कोर्ट द्वारा सुनाई गई 10 साल सश्रम कारावास की सजा राजनाथ सिंह-ओपी श्रीवास्तव के समर्थन में सीएम योगी ने की जनसभा टोंक : महिला थाने का एएसआई 15 हजार की रिश्वत लेते गिरिफ्तार आज का राशिफल कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इंडी गठबंधन के कुरुक्षेत्र लोकसभा से प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता के लिए वोट मांगे । पलवल के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की। स्वाति मालीवाल मारपीट मामले पर केजरीवाल पर बरसीं निर्मला सीतारमण लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के नाम वापस लेने का आज अंतिम दिन आज विश्‍व दूरसंचार एवं सूचना सोसायटी दिवस है एम्स के चिकित्सक और पूर्व सैनिक मिलकर सामाजिक जागरूकता के लिए पहल करेंगे ग्राम स्वराज किसान मोर्चा ने भिवानी के गांवों में चलाया मतदाता जागरूकता अभियान, युवाओं को दिलाई शपथ

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का बड़ा फैसला

Gauri Manjeet Singh 12-11-2020 14:11:55

नई दिल्ली,Localnewsofindia-दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को राजधानी में COVID-19 मामलों में वृद्धि पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए AAP सरकार द्वारा सभी चीजों को अनलॉक करने पर भी सवाल उठाया। हाईकोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार को नागरिकों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है और राज्य नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार है। जस्टिस हेमा कोहली और सुब्रमण्यम प्रसाद की बेंच ने कहा कि दिल्ली सरकार को मौजूदा स्थिति के लिए ज्यादा एक्टिव रहना होगा, जिसे पूरा शहर  देख सके।

हाईकोर्ट दिल्ली सरकार की एक याचिका पर सुनवाई कर रहा था, याचिका में पिछले 15 दिनों में कोरोना मामलों की संख्या को देखते हुए 33 निजी अस्पतालों में कोविड​-19 रोगियों के लिए 80 प्रतिशत आईसीयू बेड्स रिजर्व रखने के आदेश को लागू करने की मांग की गई है।

हाईकोर्ट ने यह जानना चाहा है कि दिल्ली सरकार ने कोरोना (COVID-19) संक्रमित मरीजों के इलाज की खातिर 80 प्रतिशत आईसीयू बेड्स रिजर्व रखने के लिए केवल 33 निजी अस्पतालों को ही क्यों चुना है और शेष निजी अस्पतालों को क्यों नहीं चुना है। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल  (ASG) संजय जैन को सरकार से निर्देश लेने और आज सुनवाई के लिए इस मामले को ठीक करने के लिए कहा।

हाईकोर्ट ने कहा कि बेड्स रिजर्व करने के बारे में दिल्ली सरकार की सितंबर की अधिसूचना पुरानी है, अब दिल्ली में परिस्थितियां पूरी
तरह से बदल गई हैं क्योंकि COVID-19 संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।

बता दें कि, दिल्ली सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना संक्रमित (COVID-19) मरीजों के लिए 80 प्रतिशत आईसीयू बेड आरक्षित करने का अपना फैसला बरकरार रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली सरकार ने पहले प्राइवेट अस्पतालों में जो 80% कोविड ICU बेड रिजर्व किए थे, उस फैसले पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी। हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती देने के लिए दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पिटीशन (SLP) दायर की है।

जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 110 आईसीयू बेड्स सहित कुल 500 और प्राइवेट अस्पतालों में 685 कोविड बेड बढ़ाए गए हैं। जल्द ही और बेड्स भी बढ़ाए जाएंगे। जैन ने कहा कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में अब भी आईसीयू बेड उपलब्ध हैं, लेकिन चूंकि संपन्न लोग सरकारी अस्पतालों से अधिक प्राइवेट अस्पताल पसंद करते हैं, इसलिए प्राइवेट अस्पतालों में आईसीयू बेड्स मिलने में उन्हें परेशानी हो रही है। 

उल्लेखनीय है कि दिल्ली में बुधवार को पहली बार कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड संख्या में 8,593 नए मरीज सामने आने के बाद कुल मामले 4.59 लाख के पार पहुंच गए हैं। साथ ही 85 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या भी 7,228 हो गई है।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :