अंधो का गावं....भारत का ये गावं जिसमे सभी अंधे है

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अंधो का गावं....भारत का ये गावं जिसमे सभी अंधे है

Deepak Chauhan 27-05-2019 14:59:57

धरती पर जन्मे हर व्यक्ति के पास हर तरीके की शारीरिक छमताएँ होती है। साथ व्यक्ति को मनुष्य रचना के समय पांच महत्वपूर्ण अंग दिए गए, जिसे इंसान की पांच इन्द्रियां कहा गया। इन्हीं पाँचों इन्द्रिणियों के कारण हर व्यक्ति चीजों देख पाटा है, सुन पाटा है, चीजों का स्वाद ले पाता है, अथवा उन्हें छू कर महसूस कर पता है। लेकिन कई बार व्यक्ति जीवन जीते समय अपनी किसी एक इंद्री खो देता है या कई बार तो व्यक्ति के जन्म से ही किसी एक इंद्री का न होना पाया जाता है। हालाँकि ये पाँचों की पाँचों बेहद महत्वपूर्ण होती है लेकिन इसमें आँखों का एक अलग ही महत्व होता है। आपने कई ऐसे लोग देंखे होंगे जिन्हे अपनी आँखों से कुछ नहीं दिखता है, फिर भी वे सभी कार्य करते दिखाई पड़ते है। अब अगर हम ये कहें की धरती पर एक गावं ऐसा भी जहाँ पर इंसान ही नहीं अपितु पशु और पक्षी भी सभी आँखों से अंधे है तो क्या आप मानोगे। 

इन धरती पर कई रहस्यमयी जगह है। जिनके बारे में सुनकर दिल दहल जाता है। धरती पर एक ऐसा गांव भी मौजूद है जहां रहने वाले इंसानों से लेकर पशु-पक्षी तक सब अंधे ही हैं और ये गांव आपको बड़ा रहस्यमयी भी लगेगा। 


ये गांव है अँधा  

इसी के कारण यहां रहने वाले पक्षी उड़ तक भी नहीं पाते हैं और वह जब कभी उड़ान भरने की कोशिश भी करते हैं तो पेड़ों से टकरा कर
वे गिर ही जाते हैं और वहीं पशुओं की भी हालत कुछ ऐसी ही नजर आती है। वे अपना खाना ही नहीं तलाश पाते हैं। यहां लोगों की आंखें तो हैं लेकिन वे सबकुछ देख नहीं पाते हैं।

प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, 'टिल्टेपक' नामक इस गांव में जोपोटेक जनजाती के लोग बसते हैं और वे कहते हैं कि यहां जन्म के समय बच्चे एकदम ठीक होते हैं मगर कुछ दिनों बाद ही वे दृष्टिहीन हो जाते हैं, उन्हें किसी भी तरह से कुछ नजर नही आता है।

इस गांव में किसी भी झोपड़ी में आपको एक भी खिड़की देखने को नहीं मिलेगी और गांव में तकरीबन 70 झोपड़ियां हैं। वहीं इनकी दुनिया अजीबोगरीब बातों से भरी है, फिर चाहें आप इनके खानपान या रहन-सहन को ले लें। जोपोटेक जाति के लगभग 300 रेड इंडियन रहते हैं, इतना ही नहीं यहां पर गरीबी इस कदर है कि जीवन में इस कमी के चलते यहां लोग पत्थरों पर विश्राम करते हुए पाए जाते हैं।


 कारण अंधे पन का 

यहां के लोगों का मानना है की इस गांव में एक लावजुएजा नाम का पेड़ मौजूद है जिसे देखने से यहाँ के लोग लोग अंधे हो जाते है| वैज्ञानिकों ने बताया है की यहाँ के लोगो के अंधे होने का कारण एक प्रकार का किटाणु होता है जो एक काली मक्खी के काटने से किटाणु शरीर में फैल जाता है, जिसके कारण आंखों की नसें काम करना बंद कर देती है और व्यक्ति जल्दी अंधा हो जाता है|

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