सिर्फ आतंक ही नहीं, एड्स जैसी बीमारी से भी गंभीर रूप से ग्रस्त है पाकिस्तान

महाराष्ट्र में मुंबई सीमा शुल्क अधिकारियों ने जब्त किया 12.74 किलोग्राम सोना रंगोली बनाकर मतदान के लिए किया जागरूक सहरसा में आयोजित हुआ स्वीप जागरूकता अभियान उदयपुर : भामाशाहों की मदद लेकर स्मार्ट टीवी लगाकर स्मार्ट क्लास रूम तेजस्वी पहुंचे उदाकिशुनगंज विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री के साथ की राष्ट्रपति की अगवानी उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग युद्धस्तर पर जुटा The Great Indian Kapil Show: खत्म हुई कपिल शर्मा के शो के पहले सीजन की शूटिंग परीक्षा परिणामों के मद्देनजर विद्यार्थियों को तनावमुक्त करने विभिन्न जिलों में कार्यशाला का आयोजन विशेष पिछड़ी जनजाति के बैगा मतदाताओं को वोट डालने कलेक्टर ने दिया नेवता मतदान केन्द्र का निरीक्षण कर लौट रहे बीएसएफ के जवानों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त-08 जवान घायल टोंक के गांवों में अब ड्रोन से होगा नैनो यूरिया खाद और कीटनाशक दवाई का छिड़काव मथुरा में गेहूं क्रय केंद्र के प्रभारियों के साथ बैठक पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत टनकपुर मथुरा विशेष गाड़ी का संचालन दिसंबर 2024 तक के लिए बढ़ा पीलीभीत में बदला मौसम का मिजाज आग को लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व में भी सतर्कता बरतने के निर्देश आज का राशिफल। ₹30000 तक के महाडिस्काउंट पर मिल जाएंगे ये Gaming Laptop दवाओं का लाखों का खर्चा बचा लेगी ये दाल लखनऊ में सपा नेता राजकिशोर सिंह ने भाजपा की सदस्यता ली

सिर्फ आतंक ही नहीं, एड्स जैसी बीमारी से भी गंभीर रूप से ग्रस्त है पाकिस्तान

Deepak Chauhan 10-12-2019 18:50:34

पाकिस्तान में एचआईवी/एड्स के रोगियों की संख्या वर्तमान में 165,000 है। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (एनएसीपी) ने यह जानकारी दी और साथ ही कहा कि इस वर्ष 9,565 नए मामले सामने आए। 

एक समाचार पत्र ने सोमवार को एनएसीपी के आंकड़ों के हवाले से बताया, “केवल 36,902 लोग एनएसीपी के साथ पंजीकृत हैं, जिनमें से लगभग 20,994 का इलाज चल रहा है।” संक्रामक सिरिंज से इंजेक्शन लेने के बाद 6,426 लोग इस बीमारी के संपर्क में आ गए। डेटा में कहा गया कि 546 बालकों और 426 बालिकाओं सहित 18,220 पुरुष और 4,170 महिला मरीज एनएसीपी में पंजीकृत हैं।

वर्ष के दौरान, अकेले सिंध के लरकाना शहर में एक छोटे-से क्षेत्र, राटो डेरो में ही एड्स के 895 मामले दर्ज किए गए। जिनमें से 754 बच्चे और 141 वयस्क हैं। अप्रैल से 30 नवंबर तक, लगभग 37,558 लोगों ने लरकाना में एचआईवी जांच कराई थी, जिसमें से 1,195 में संक्रामक जर्म्स की संदिग्ध
उपस्थिति पाई गई। 

एनएसीपी डेटा में आगे कहा गया है कि 2018 के अंत में, पंजीकृत एड्स प्रभावित रोगियों की संख्या 23,757 थी, जिनमें से 15,821 का इलाज चल रहा है। 

दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र एड्स नियंत्रण कार्यक्रम द्वारा पिछले साल जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दो दशकों में पाकिस्तान में एड्स रोगियों की संख्या में खतरनाक रूप से वृद्धि हुई है।

वर्ष 2000 के दौरान रोगियों की अनुमानित संख्या सिर्फ 500 थी, जो बढ़कर 160,000 से अधिक हो गई। 2000 तक बीमारी से होने वाली मौतों की कुल संख्या केवल 100 थी, जो 2018 में 6,400 तक पहुंच गई।2000 में, पाकिस्तान में एड्स के लिए पंजीकृत रोगियों की संख्या 200 थी, जो 2018 में बढ़कर 22,00 हो गई।

रिपोर्ट के अनुसार, एड्स के 14 प्रतिशत रोगियों को इस बीमारी के बारे में पता है, लेकिन 10 प्रतिशत रोगियों का स्व-उपचार किया जा रहा है। 160,000 रोगियों में से 48,000 से अधिक महिलाएं थीं।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :