वडोदरा पुलिस ने इंसानियत की मिसाल पेश की है. हमेशा कानून के दायरे में रहने वाले वर्दीवालों का मानवीय चेहरा देखने को मिल रहा है. दरअसल वडोदरा में एक पति ने अपनी पत्नी का कत्ल कर दिया और फिर वडोदरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया.
लेकिन उनका 12 साल का नाबालिग बच्चा भावेश, मां की हत्या और पिता के जेल जाने से अकेला हो गया. यह देखते हुए वडोदरा पुलिस ने इंसानियत के नाते को अपने साथ ही रखा और पुलिस थाने में ही बच्चे के लिए एक बेड लगा दिया. अब पुलिस मानवता के नाते बच्चे की देखभाल थाने में ही कर रही है.
दरअसल डेढ़ साल पहले भावेश की मां का कत्ल हो गया था. पुलिस ने जब मामले की जांच की तब पता चला की भावेश के पिता ने ही अपनी पत्नी की हत्या की है. इसके बाद पुलिस ने तुरंत आरोपी को हिरासत में ले लिया. लेकिन वडोदरा पुलिस के उपर ही उसके बच्चे भावेश की जिम्मेदारी आ गई.
वडोदरा पुलिस के एसपी एस. जी. पाटिल ने थाने में ही
अपने चेंबर के बगल वाले कमरे में भावेश के सोने के लिए एक बेड लगवा दिया. वहीं बच्चे की पढ़ाई पर कोई असर ना हो इस लिए किताबों का भी प्रबंध कर दिया. साथ ही भावेश के खाने पीने का भी इंतजाम कर दिया.
देखते ही देखते आठवी कक्षा में पढ़ाई करने वाला भावेश वडोदरा पुलिसका लाडला बन गया. जहां एक महिला पुलिसकर्मी भावेश के लिए घर से नाश्ता बनाकर लाती है, वहीं पुलिस के जवान भावेश को स्कूल में छोड़ने ओर लेने जाते हैं.
24 घंटे लोगों की रक्षा में मुस्तैद रहने वाली पुलिस का यह चहेरा सभी को पसंद आ रहा है. अब भावेश के लिए थाना ही घर बन गया है. जहां पर भावेश के चहरे पर हंसी लाने के लिए वडोदरा पुलिस अपने काम से थोड़ा वक्त भी निकालती है. वहीं, आज जब भावेश की मुलाकात उसके कातिल पिता से करवायी गई तो माहौल काफी गमगीन सा हो गया.
वडोदरा पुलिस का यह कदम सराहनीय है. पुलिस ने जिस तरह से इस बच्चे को अपने साथ रख कर मानवता की मिसाल कायम की है वह निश्चित तौर पर समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत है.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments