खतरे का आभास होने पर अंडे वाइब्रेट होकर एक-दूसरे को करते हैं अलर्ट

उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग युद्धस्तर पर जुटा The Great Indian Kapil Show: खत्म हुई कपिल शर्मा के शो के पहले सीजन की शूटिंग परीक्षा परिणामों के मद्देनजर विद्यार्थियों को तनावमुक्त करने विभिन्न जिलों में कार्यशाला का आयोजन विशेष पिछड़ी जनजाति के बैगा मतदाताओं को वोट डालने कलेक्टर ने दिया नेवता मतदान केन्द्र का निरीक्षण कर लौट रहे बीएसएफ के जवानों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त-08 जवान घायल टोंक के गांवों में अब ड्रोन से होगा नैनो यूरिया खाद और कीटनाशक दवाई का छिड़काव मथुरा में गेहूं क्रय केंद्र के प्रभारियों के साथ बैठक पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत टनकपुर मथुरा विशेष गाड़ी का संचालन दिसंबर 2024 तक के लिए बढ़ा पीलीभीत में बदला मौसम का मिजाज आग को लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व में भी सतर्कता बरतने के निर्देश आज का राशिफल। ₹30000 तक के महाडिस्काउंट पर मिल जाएंगे ये Gaming Laptop दवाओं का लाखों का खर्चा बचा लेगी ये दाल लखनऊ में सपा नेता राजकिशोर सिंह ने भाजपा की सदस्यता ली भरतपुर : ऐतिहासिक गंगा मंदिर सुल्तानपुर में स्कूली बच्चों ने मतदाताओं को किया जागरूक बुलंदशहर में मुठभेड़ मे दो इनामी बदमाश गिरफ्तार गेहूं खरीद में लापरवाही बरतने पर पांच सहकारिता अधिकारियों को जारी किए गए नोटिस पीलीभीत टाइगर रिजर्व में 5 किलोमीटर जाल फेंसिंग का काम हुआ पूरा पीलीभीत के पत्रकार का हल्द्वानी में आकस्मिक निधन होने से शोक

खतरे का आभास होने पर अंडे वाइब्रेट होकर एक-दूसरे को करते हैं अलर्ट

Khushboo Diwakar 29-07-2019 15:48:32

  • स्पेन की विगो यूनिवर्सिटी ने ऑस्ट्रेलिया के समुद्रतटों के पास पाई जाने वाली चिड़िया के 90 अंडों पर शाेध किया
  • शोध के मुताबिक, खतरे की स्थिति झेलकर अंडों से निकलने वाले चूजों में स्ट्रेस हार्मोन का स्तर अधिक होता है
  • अंडे भी आपस में बात करते हैं। स्पेन की विगो यूनिवर्सिटी के शोध में यह बात सामने आई है। इसके मुताबिक, मां से खतरे का संकेत मिलने पर अंडे वाइब्रेट होकर एक-दूसरे को अलर्ट करते हैं।शोधकर्ताओं ने यह शोध पीले पैर वाली चिड़िया (यलो बेलीड गल) के 90 अंडों पर किया है।

    साउंडप्रूफ कमरे में नहीं दिखा असर

    1. शोधकर्ताओं ने बताया कि खतरे ही आहट मिलने पर एक अंडा बगल वाले अंडे को अलर्ट करता है,ताकि अगर उसने खतरे को नहीं भांपा है तो सावधान हो जाए। इसे समझने के लिए चिड़िया के अंडों के बीच होने वाली ध्वनि का अध्ययन किया गया।

    2. शोधकर्ताओं ने इसके लिए अंडों को दो कैटेगरी में बांटा। पहली कैटेगरी में चिड़िया के साथ दो अंडों को घोसले में रखा गया, जबकि दूसरी कैटेगरी में चिड़िया के साथ दो अन्य
      अंडों को साउंडप्रूफ कमरे में रखा। फिर दोनों बार चिड़िया को खतरे का आभास कराया गया। इस दौरान देखा गया कि वह आवाज से अंडों को अलर्ट करती है। घोसले में रखे चिड़िया के दो अंडों में वाइब्रेशन हुआ, लेकिन साउंडप्रूफ कमरे में रखे अंडों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। 

      शोध के मुताबिक, खतरे की स्थिति में अंडे आवाज करने से ज्यादा वाइब्रेट होते हैं। इनमें पल रहे चूजे दूसरों के मुकाबले, देरी से अंडे से बाहर निकलते हैं। खतरे से जूझने और देरी से बाहर आने के कारण इन चूजों में स्ट्रेस हार्मोन का स्तर दूसरे चूजों के मुकाबले ज्यादा होता है।


      मगरमच्छ के अंडों में भी ऐसा होता है

      शिकार होने जैसी स्थिति में ये चूजे ज्यादा तेज आवाज में चिल्लाते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है, भ्रूण की ये आवाज वाइब्रेशन के रूप में एक-दूसरे के लिए भाषा की तरह काम करती है। इस अध्ययन पर ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है, यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि पक्षियों और मगरमच्छ के अंडे आपस में बात करते हैं। ऐसा कुछ समय पहले कीटों में  भी देखा गया था।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :