गाँव की माटी इन दिनों शहरो में खूब महक रही हैं.... परम्परागत वस्तुओ का अपना एक अलग क्रेज होता हैं । जो कभी विलुप्त नहीं हो सकता... इन्ही में देखे तो प्राचीन समय का फ्रिज कहे जाने वाले मिट्टी के बर्तन भीषण गर्मी में फिर चर्चाओं में हैं । बाजार में जगह-जगह छोटी मटकियां, घड़े और सुराही रखी दिखाई दे रही हैं। इन दिनों गर्मी में मिट्टी के बर्तनों की खरीदारी बढ़ गई हैं। पिछले वर्ष के मुकाबले तकरीबन 30 फीसदी का इजाफा भी मिट्टी के बर्तनों के दामों में देखने को मिल रहा है। गर्मी में ठंडा और
साफ पानी पीने की चाहत में लोग मिट्टी के घड़े और बोतल खरीद रहे हैं । vo-2 ना सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में बल्कि शहरी क्षेत्र में भी मिट्टी के घडो की मांग में बढ़ोतरी हुई हैं। वर्तमान में लगातार मिटटी के बर्तनो की मांग को देखते हुए बर्तनो को बनाने वाले कारीगरों ने इन बर्तनोको बनाने में कई बदलाव किए हैं..., बाजारों में मेहंदिया, कलेर, वलिदाद, उसरी, परासी सहित अन्य बाजार में मिट्टी के घड़े अधिक बिक रहे हैं। गर्मी के दौरान काफी लोग फ्रिज का पानी पीने की बजाय मटके का पानी पीना ज्यादा पसंद करते हैं ।
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments