हरियाणा में स्वास्थ्य के हिसाब से अच्छी खबर है। आईएमआर की जारी नई रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर में काफी कमी आई है। विभाग इसकी बड़ी वजह अस्पतालों में हर स्तर पर बेहतर सुधार को मान रहा है।
प्रदेश में शिशु मृत्यु दर 41 से घटकर 30 और मातृ मृत्यु 127 से घटकर 101 पर आ गई है। पहले एक हजार जन्म वाले नवजात बच्चों में 41 की मौत हो जाती है, वहीं बच्चों को जन्म देने वाली एक लाख माताओं में 127 की मौत प्रसव के दौरान होती थी। इसमें यह कमी आई है। जारी रिपोर्ट के अनुसार 2014 में शिशु मृत्यु दर 41 और मातृ मृत्यु दर 127 थी।
100-100 बैड के तीन एमसीएच बनेंगे :
विभाग की ओर से प्रदेश में तीन मदर एंड चाइल्ड अस्पताल और खोले जाएंगे। ये अस्पताल पानीपत,
हिसार और मेवात में खुलेंगे। सभी तीनों अस्पताल 100-100 बैड के होंगे। यहां पर जच्चा और बच्चा दोनों के लिए आपातकालीन सेवाएं रहेंगी। बिहार में चमका बुखार से बच्चों की मौत के बाद हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि यह एक निश्चित क्षेत्र की बीमारी है, फिर भी विभाग को ऐसी किसी भी बीमारी से सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
मृत्यु दर में कमी की यह बताई विभाग ने वजह :
ह्यूनाइजेशन पर जोर दिया गया। इससे बच्चों को संक्रमण से बचाया गया। {आशा वर्करों की गतिविधि बढ़ी। इससे गर्भवती महिलाओं को पूरा टीकाकरण हुआ और उनका ध्यान रखा गया। {अस्पतालों में डिलीवरी ज्यादा हुई। इससे बच्चे और महिला की तुरंत देखभाल हो सकी। {प्रदेश में नए आईसीयू खोले गए। जिनमें बच्चे के गंभीर होने पर उसे तुरंत बेहतर इलाज मिला।
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