दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच विधानसभा चुनाव के 8 माह पहले पानी पर महाभारत शुरू हो गई है। कई इलाकों में पानी की कमी और कुछ जगह गंदे पानी की सप्लाई के आरोपों के साथ मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल, भाजपा विधायक ओपी शर्मा सीईओ निखिल कुमार से मिलने जल बोर्ड के दफ्तर पहुंचे। शर्मा का आरोप है सीईओ से मुलाकात के बजाय गार्डों ने उन्हें कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद जैसे-तैसे वे वहां से निकले।
भाजपा कार्यकर्ताओं की नारेबाजी के बाद जल बोर्ड के दफ्तर में जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद गोयल और उनके समर्थक वहीं सीईओ निखिल कुमार का घेराव कर बैठ गए। देर रात गोयल ने ट्वीट किया कि जब तक गंदे पानी की सप्लाई पर रोक के लिए टास्क फोर्स के गठन समेत बोर्ड उनकी सभी मांगें नहीं मानता वे सीईओ को दफ्तर से नहीं उठने देंगे। इस बीच दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने कहा कि पानी की किल्लत पर विपक्ष की ओर से राजनीति की जा रही है। दिल्ली में दूसरे राज्यों की
अपेक्षा दिक्कत कम है।
पानी संकट के खिलाफ लेखी ने किया प्रदर्शन : सांसद मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार काे दिल्ली जल बोर्ड के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। लेखी ने आरोप लगाया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में कई स्थानों में पाइप के जरिए जलापूर्ति की सुविधा नहीं है।
"बिजली और पानी पर फेल साबित हुई आप सरकार'
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मंगलवार को कहा कि बिजली-पानी पर आप सरकार फेल हो गई है। उन्होंने कहा दिल्ली में पानी की खपत 1100 एमजीडी प्रतिदिन है। इन दिनों 800 एमजीडी पानी आ रहा है। उपलब्ध पानी में से भी पानी की लाइनों में लीकेज की वजह से 40 फीसद पानी बर्बाद हो जाता है।
"दिल्ली में दे रहे हैं देश में सबसे सस्ती बिजली'
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के आरोपों पर सीएम ने ट्वीट कर भाजपा सांसद को जवाब दिया कि दिल्लीवासियों को देश में सबसे सस्ती दरों पर 24 घंटे बिजली मुहैया होती है। इसके पहले आप नेता राघव चड्ढ़ा ने इस मुद्दे पर एक वीडियो जारी कर तिवारी को दिल्ली की बिजली दरें और फिक्स चार्ज भी समझाया।
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