हेल्थ डेस्क. जब आप हैंगिंग वर्कआउट करते हैं तो शरीर की हर मांसपेशी स्ट्रेच होती है। इससे शरीर के हर हिस्से तक रक्तसंचार व ऑक्सीजन का सही प्रवाह होता है। इस वर्कआउट काे तेज गति में करने से बचना चाहिए। फिजिकल ट्रेनिंग एक्सपर्ट डॉ. श्वेता जैन से जानिए कितनी तरह से हैंगिंग वर्कआउट किया जा सकता है...
इसे करने के लिए बार को कंधों के बराबर चौड़ाई से पकड़ें और अपने घुटनों को मोड़कर धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठाएं। इस दौरान अपनी कमर को स्थिर रखें। इस एक्सरसाइज के 10 रैप के 3 सेट करें।
इसे करने के लिए हैंगिंग बार को कंधों के बराबर चौड़ाई से पकड़ें। अपने दोनों पैरों को एकसाथ उठाकर कमर के सामने की तरफ ले जाएं। अब पैरों को बिल्कुल ढीला छोड़ दें और नीचे आने दें। फिर पैरों को रोके बिना दोबारा ऊपर लेकर आएं। इस एक्सरसाइज के 10 रैप के 3 सेट करें।
इसके लिए पुल अप बार की जरूरत पड़ती है। पहले
चौड़े स्टूल पर खड़े हो जाएं और पुल अप बार पकड़ लें। अब शरीर का बैलेंस बनाते हुए धीरे-धीरे घुटनों को ऊपर उठाएं। घुटनों को सीधा करते हुए पैर फैलाएं और जितनी देर हो सके इस अवस्था में रहें। फिर पैर नीचे ले आएं। इस कसरत को कम से कम 15 से 20 बार करें। इसे तीन के सेट में रोज करना शुरू करें।
यह वर्कआउट कलाई और हाथों की मांसपेशियों को मजबूती देता है। बाइसेप्स की मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद है। लंबाई बढ़ाने में काफी मदद करता है। पॉश्चर सुधारने में भी इफेक्टिव है। मूड स्विंग की समस्या दूर करने में सहायक है।
एक्सरसाइज के दौरान घुटनों पर ज्यादा जोर डालने से बचें वरना घुटनों में दर्द हो सकता है या लिगामेंट्स खिंच सकते हैं। पेट और बैक की मसल्स टाइट रखें। नहीं तो लाेअर बैक में दर्द हो सकता है या मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है। ग्लव्स का इस्तेमाल जरूर करें। इससे हाथों की ग्रिप सही रहती है और चोट का डर भी नहीं रहता है।
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