बीजेपी की एक बार फिर से घर वापसी....

कन्नौज न्यायालय में कल लगेगा नि:शुल्क मेडिकल कैंप सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत राजनांदगांव में लोग घरों में लगा सकेंगे सोलर पैनल फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप ने पलवल जिले के गांव फुलवाड़ी में जनसभा को संबोधित किया। पीलीभीत में दुष्कर्म के आरोपी को फास्ट्रैक कोर्ट द्वारा सुनाई गई 10 साल सश्रम कारावास की सजा राजनाथ सिंह-ओपी श्रीवास्तव के समर्थन में सीएम योगी ने की जनसभा टोंक : महिला थाने का एएसआई 15 हजार की रिश्वत लेते गिरिफ्तार आज का राशिफल कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इंडी गठबंधन के कुरुक्षेत्र लोकसभा से प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता के लिए वोट मांगे । पलवल के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की। स्वाति मालीवाल मारपीट मामले पर केजरीवाल पर बरसीं निर्मला सीतारमण लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के नाम वापस लेने का आज अंतिम दिन आज विश्‍व दूरसंचार एवं सूचना सोसायटी दिवस है एम्स के चिकित्सक और पूर्व सैनिक मिलकर सामाजिक जागरूकता के लिए पहल करेंगे ग्राम स्वराज किसान मोर्चा ने भिवानी के गांवों में चलाया मतदाता जागरूकता अभियान, युवाओं को दिलाई शपथ बी जे पी उम्मीदवार चौधरी कृष्णपाल गुर्जर और कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप ने विभिन्न जन सभाओं को संबोधित किया । वाराणसी में दिव्यांग मतदाता जागरूकता रैली एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज अयोध्या के जिलाधिकारी दुर्घटना मे दो की मौत चित्रकूट आज का राशिफल एफए एयरलाइंस क्षेत्रीय एयरलाइन फ्लाईबिग का अधिग्रहण करेगी

बीजेपी की एक बार फिर से घर वापसी....

Anjali Yadav 11-03-2022 18:10:21

अंजलि यादव,

लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,

 

नई दिल्ली: पांच राज्यों के चुनावी नतीजे में कई संदेश छिपे हैं। इनमें यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी सत्ता में वापसी कर रही है, जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। इन नतीजों का पहला संदेश तो यही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और बीजेपी की चुनावी मशीनरी का कोई मुकाबला नहीं है। दूसरा, 2014 लोकसभा चुनाव से मोदी के नेतृत्व में देश की राजनीति में बदलाव का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह अभी तक जारी है। 

बीजेपी हिंदी पट्टी की पार्टी नहीं रही। वह मणिपुर से लेकर गोवा तक में अपना प्रभुत्व बार-बार स्थापित कर रही है। तीसरा, इस जीत में शीर्ष स्तर पर दमदार नेतृत्व के साथ केंद्र, राज्य स्तर पर कल्याणकारी योजनाओं, विकास के दावे, हिंदुत्व और ध्रुवीकरण बीजेपी के औजार साबित हुए हैं। चौथा, बीजेपी की वैचारिकी के सामने विपक्ष एक मजबूत आइडिया नहीं रख पाया है। यानी बीजेपी जिस तरह से देश की राजनीति बदल रही है, उसका विपक्ष के पास कोई जवाब नहीं है। पांचवां, पार्टी के पास व्यापक सामाजिक समर्थन और जनाधार है। खासतौर पर महिलाओं और पिछड़ी जातियों से उसे व्यापक समर्थन मिल रहा है। वह सिर्फ अगड़ी जातियों या ब्राह्मण-बनिया की पार्टी नहीं है। छठा, ममता बनर्जी, के चंद्रशेखर राव, एम के स्टालिन और कांग्रेस 2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों की जिस गोलबंदी के अभियान में लगे थे, अब वह कमजोर पड़ सकता है।

सातवां, यूपी में बहुमत के
साथ सत्ता में वापसी से योगी आदित्यनाथ का कद पार्टी में बढ़ेगा। यह बात इसलिए दिलचस्प है क्योंकि चुनाव से कुछ समय पहले उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की चर्चा ने काफी जोर पकड़ा था। एक वर्ग उन्हें पहले से राष्ट्रीय राजनीति में मोदी का उत्तराधिकारी मानता आया है। इस जीत के बाद यह बात भी जोर पकड़ेगी। आठवां, आम आदमी पार्टी के दिल्ली में गवर्नेंस मॉडल को पंजाब के लोगों ने मंजूर किया है और पार्टी को उसे राज्य में लागू करने का मौका दिया है। 

पांच राज्यों के नतीजे यह भी बताते हैं कि बीजेपी के चुनावी आइडिया के बरक्स कम से कम पंजाब में लोगों ने आप के आइडिया को मंजूर किया, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी जैसी बुनियादी चीजें समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने पर जोर है। इससे राष्ट्रीय राजनीति में आप का कद बढ़ेगा और वह गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले आगामी चुनावों में भी अधिक ताकत के साथ उतरेगी। नौवां, लोग बार-बार कांग्रेस को नकार रहे हैं। क्या वाकई गांधी परिवार को अब पार्टी नेतृत्व छोड़ देना चाहिए? 

आने वाले दिनों में यह बात भी फिर से जोर पकड़ सकती है। यह भी लगता है कि कांग्रेस और अखिलेश यादव जैसे नेता अपनी पार्टी की पुरानी छवि से पीछा नहीं छुड़ा पा रहे। आखिरी बड़ा संदेश इन नतीजों का यह है कि 2024 लोकसभा चुनाव में फिलहाल बीजेपी का पलड़ा भारी लग रहा है। यानी मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :