नई दिल्ली - रेस्क्यू ऑपरेशन टीम के हाथ लगेगा विमान का ब्लैक बॉक्स
रेस्क्यू ऑपरेशन के हेड के मुताबिक़ विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है. उसकी जांच कर हादसे की असल वजह पता चलेगी. पोखरा के रहने वालों के अलावा अन्य सभी शव काठमांडू से ही परिजनों को सौंपें जाएंगे.
क्रेन की मदद से निकाला जा रहा है विमान का ढांचा
नेपाल विमान हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इसमें बड़ी-बड़ी मशीनों की मदद ली गई है. अब विमान का पूरा ढांचा क्रेन की मदद से निकाला जा रहा है. सारी फ़ोर्स और पुलिस एक साथ इसे निकालने में जुट गई हैं.
नेपाल में आज एक दिन का राष्ट्रीय शोक
ईरानी मीडिया के मुताबिक अकबरी ने लंदन में रिसर्च और व्यापार गतिविधियों पर केंद्रित एक निजी कंपनी में काम करने के बहाने अपने खुफिया काम को अंजाम दिया. ईरान ने यह भी आरोप लगाया था कि अकबरी ने एक MI6 खुफिया अधिकारी और ईरान में पूर्व ब्रिटिश राजदूत रिचर्ड डाल्टन के साथ बैठकें की थीं.
शवों को परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू
पोखरा विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों की पहचान कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जिन शवों की पहचान नहीं हो पाई है उन्हें भी हेलीकॉप्टर से काठमांडू भेजने की तैयारी कर ली गई है. विमान में सवार 72 लोगों में से 66 लोगों के शवों को एकत्र कर पोखरा स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान ले जाया गया है. सेती नदी की कठिन खाई और अंधेरे के कारण रात को रेस्क्यू ऑपरेशन स्थगित करना पड़ा था. बचाव कार्य आज सुबह से फिर शुरू कर अन्य बचे हुए शवों को भी निकाल लिया गया है.
हादसे में कोई जिंदा नहीं बचा
नेपाल सेना के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद भंडारी ने बताया कि विमान हादसे में कोई भी जीवित नहीं मिला है. विमान में सवार 72 के 72 लोग मारे गए. इनमें से 68 लोगों के शव बरमाद कर लिए गए हैं.
जल्द भेजे जाएंगे भारतीय नागरिकों के शव
पहचान
होते ही भारतीय नागरिकों के शवों को यूपी के गाजीपुर भेजे जाने की तैयारी है. अब तक केवल 26 शवों की पहचान की गई है. भारतीय शवों को लेने के लिए काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी पोखरा पहुंच गए हैं.
नेपाल के पोखरा में यति एयरलाइंस (Yeti Airlines) का एटीआर-72 विमान रविवार सुबह कास्की जिले में दुर्घटनाग्रस्त (Aircraft Crash) हो गया था. विमान में कुल 72 लोग सवार थे. इनमें से 68 यात्रियों के शव बरामद किए जा चुके हैं लेकिन चार शवों का अब तक पता नहीं लग पाया है. इन चार शवों को ढूंढने के लिए आज (16 जनवरी) फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है.
इस विमान में पांच भारतीय नागरिक भी सवार थे. इनमें से चार उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले थे. भारतीय शवों को लेने के लिए काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी पोखरा पहुंच गए हैं. पहचान होते ही भारतीय नागरिकों के शवों को यूपी के गाजीपुर भेजे जाने की तैयारी है. अब तक केवल 26 शवों की पहचान की गई है.
शवों का पोस्टमार्टम
आज सुबह 9 बजे शवों का पोस्टमार्टम शुरू किया गया था. जिन शवों की पहचान हो चुकी है उन्हें जल्द ही परिजनों को सौंपने का काम भी किया जा रहा है. इसके साथ ही भारतीय सहित विदेशी नागरिकों के शवों को काठमांडू लाया जा रहा है क्योंकि जिन शवों की पहचान नहीं हुई है उनको भी काठमांडू लाकर उनका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. भारतीय दूतावास लगतार हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के संमर्क में हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन तेज
पोखरा में रातभर रेस्क्यू जारी रहा. बड़ी-बड़ी मशीनों का इस्तेमाल कर चार शवों की तलाश की गई लेकिन रात में अंधेरे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में सफलता हाथ नहीं लगी. इस हादसे का मंजर इतना ज्यादा खौफनाक था कि नेपाली सेना भी इससे सहम गई. घटनास्थल पर हजारों लोगों की भीड़ उमड़ गई. यह तो साफ हो चुका है कि विमान में सवार 72 के 72 लोगों की मौत हो चुकी है.
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