नई दिल्ली - गोरखपुर के बाद अब लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन का भी कायाकल्प करने की तैयारी शुरू हो गई है. चारबाग रेलवे स्टेशन देश के सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से आता है. जहां से बड़ी संख्या में रेल यात्री सफर करते हैं. इस रेलवे स्टेशन का अब मेकओवर किया जाएगा. दिलचस्प बात ये हैं कि ये बदलाव मुख्य भवन में बिना किसी बदलाव के किया जाएगा. इस भवन की विरासत को बरकरार करते हुए इसके मेकओवर की तैयारी की गई है.
लखनऊ रेलवे स्टेशन के कायाकल्प में 494 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी. जिसके लिए 2025 का लक्ष्य रखा गया है. उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी ने इस बारे में जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि चारबाग रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम जुलाई 2025 तक पूरा हो जाएगा.
ग्रीन बिल्डिंग की अवधारणा का पालन
रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) के अधिकारियों ने कहा, परियोजना में 12.23 एकड़ वाणिज्यिक भूमि पार्सल के साथ चारबाग
और लखनऊ दोनों स्टेशनों का पूर्ण एकीकृत विकास शामिल है. आरएलडीए के मुख्य परियोजना प्रबंधक सुधीर कुमार सिंह ने कहा, रेलवे स्टेशन का डिजाइन ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा का पालन करेगा, जीवन चक्र लागत न्यूनीकरण दृष्टिकोण का पालन करेगा.
सुधीर कुमार ने कहा कि चारबाग रेलवे स्टेशन के मौजूदा भव्य स्टेशन (मुख्य भवन) की विरासत को बरकरार रखा जाएगा, जबकि मान्यवर कांशी राम स्मारक स्थल की ओर पीछे के प्रवेश में आधुनिक वास्तुकला डिजाइन होगा. इस स्टेशन अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा. इसमें यात्रियों के लिए इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं दी जाएंगी. पिछले हफ्ते रेलवे ने 612 करोड़ रुपए की लागत से गोरखपुर स्टेशन के मेकओवर की घोषणा की थी.
आपको बता दें कि इस रेलवे स्टेशन के दूसरे छोर पर नया स्टेशन बनाया जाएगा. यहां पर नई सिग्नलिंग व्यवस्था के जरिए ट्रेनों का संचालन होगा. इसके अलावा दो अतिरिक्त प्लेटफार्म पर लाइनें तैयार की जाएगी, इसके अलावा इस स्टेशन पर 12 एस्केलेटर और लिफ्ट होंगी, जिससे यात्रियों को आने-जाने में सुविधा मिलेगी.
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