अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के चलते गंभीर स्थिति बनी हुई है. प्रदूषण से कई इलाकों में लोगों को न सिर्फ आंख में जलन की शिकायत की हो रही है बल्की कई लोगों ने सांस लेने में तकलीफ की बात कही है. सोमवार को हवा की गुणवत्ता बिगड़ने से दिल्ली में आसमान में धुंध की परत बनी हुई है और लगातार तीसरे दिन भी एयर क्वालिटी इंडेक्स में प्रदूषण 'गंभीर' स्तर पर है.
वहीं इससे पहले शनिवार से 24 घंटे में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक में नौ अंकों की कमी के साथ एक्यूआई गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. एनसीआर के फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण की स्थिति में मामूली सुधार देखा गया था लेकिन इसके बाद आज यह बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है. हवा की गुणवत्ता गंभीर से लेकर बहुत खराब श्रेणी में बनी रहेगी.
सफर के मुताबिक, रविवार को पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की 4,189 घटना दर्ज की गईं. दिल्ली के प्रदूषण में इसका हिस्सा 48 प्रतिशत रहा. इस सीजन
में अब तक पराली के प्रदूषण का यह सबसे अधिक हिस्सा है. सफर के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर से चलने वाली तेज हवाओं के कारण पराली का धुआं तेजी से दिल्ली की हवा में घुलकर इसे जहरीला बना रहा है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 1 नवम्बर से 6 नवंबर तक पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं का डाटा पेश करते हुए बताया है कि पराली से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए तत्काल एमरजेंसी मीटिंग बुलाने की ज़रूरत है. इसे लेकर गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र भी लिखा है.
वहीं नासा के सेटेलाइट से मिले आंकड़ों के आधार पर दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग द्वारा जारी डेटा के मुताबिक 1 नवंबर से 6 नवंबर के बीच दिल्ली के पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश में पराली जलाने की कुल 21,623 घटनाएं रिकॉर्ड हुई हैं. आंकड़ों के मुताबिक, शनिवार से 24 घंटे में हवा में पीएम10 का स्तर 423 व पीएम2.5 का स्तर 282 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रहा. वहीं पीएम10 का स्तर बहुत खराब व पीएम2.5 का स्तर गंभीर श्रेणी में बना हुआ है.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments