100 साल पुराने ज्वेलर्स पर आयकर छापे में अधिकारी भी रह गए दंग

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100 साल पुराने ज्वेलर्स पर आयकर छापे में अधिकारी भी रह गए दंग

Anjali Yadav 01-02-2022 13:33:55

अंजलि यादव,

लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,

 

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कानपुर में चौक सराफा स्थित 100 साल पुरानी फर्म केदारनाथ श्रीकृष्ण ज्वेलर्स और केएस बुलियन के चार प्रतिष्ठानों, कारखाना, आफिस, शोरूम और आवास पर आयकर विभाग ने रविवार को छापे मारे थे, जो कि अब पूरी हो गई है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग की तीन टीमों की जांच रविवार रात और एक टीम की जांच सोमवार शाम को पूरी हो गई. इस दौरान वहां से 8.5 करोड़ रुपये की अघोषित चांदी सीज की गई. साथ ही 16 लाख रुपये का अघोषित कैश भी जब्त किया गया. इसके अलावा कई लॉकरों को भी सीज किया गया है.

इस फर्म के मालिक बॉबी अग्रवाल और सीए संजय अग्रवाल के घर पर सोमवार शाम तक जांच पूरी हुई. इस छापे में 8.5 करोड़ रुपये की अघोषित चांदी सीज किया गया है, जिसके कोई दस्तावेज नहीं मिले. बरामद की गई 1500 किलो चांदी सिल्लियों और बर्तनों के रूप में है.
इन छापों में विभिन्न संपत्तियों के कागजात भी मिले हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश बहुत पुरानी संपत्तियां हैं.

फर्म में जांच के दौरान न तो परचेज रजिस्टर मिला, न ही सेल रजिस्टर मिला, न स्टॉक रजिस्टर मिला और न ही मेंटेनेंस रजिस्टर मिला. आयकर अफसर उस समय हैरान रह गए, जब उन्हें पूरा बहीखाता 50 साल पुराने रोकड़ के रूप में मिला. इंटरनेशनल एकाउंटिंग सिस्टम के दौर में आज भी फर्म का हिसाब किताब मुनीम के जरिए रोकड़ के रूप में रखा जा रहा था, जिसका अध्ययन आयकर विभाग कर रहा है.

केदारनाथ श्रीकृष्ण ज्वेलर्स के मालिक खुद चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं. केएस ब्रैंड नाम से उनके चांदी के बर्तन बाजार में आते हैं, जो प्रदेश के टॉप तीन ब्रैंड्स में से एक है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी उनकी चांदी के सामानों की भारी मांग रहती है. ऐसे में आयकर अफसर भी हैरान है कि इतने बड़े कारोबार का हिसाब-किताब बाबा आदम जमाने के सिस्टम पर किया जा रहा था.

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