नई दिल्ली - पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का रविवार (5 फरवरी) लंबी बीमारी के बाद दुबई के अस्पताल में निधन हो गया. परवेज मुशर्रफ के निधन पर कई भारतीयों नेताओं ने दुख व्यक्त किया. वहीं, कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने परवेज मुशर्फ की तारीफ करते हुए ट्वीट किया जिसका उन्हें सोशल मीडिया पर विरोध का सामना करना पड़ा. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने भी शशि थरूर के ट्वीट पर नाराजगी जतायी जिस पर अब कांग्रेस नेता ने पलटवार किया है.
शशि थरूर ने गजेंद्र शेखावत की प्रतिक्रिया का जवाब देते हुए कहा, उन्हें (केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत) मुझे इतिहास के बारे में सिखाने की जरूरत नहीं है. बीजेपी सरकार ने करगिल युद्ध के 4 साल बाद पाकिस्तान के साथ शांति बहाल के लिए बातचीत की थी. उन्होंने आगे कहा, 2004 में वाजपेयी-मुशर्रफ ने
हाथ मिलाकर एक संयुक्त बयान भी जारी किया. वे (मुशर्रफ) हमारे बहुत बड़े दुश्मनों में से थे लेकिन उसके बाद करीब 4 वर्ष तक उन्होंने भारत के साथ समाधान के लिए कई कोशिशें की.
बीजेपी के पास कोई और मुद्दा नहीं- शशि थरूर
शशि थरूर आगे बोले, इसलिए मैंने यह सब याद रखा, जब किसी का देहांत होता है तो हम उसकी बुरी और अच्छी सारी चीज़े याद रखते हैं. इसे विवाद बनाना यह दर्शाता है कि बीजेपी के पास कोई और मुद्दा नहीं है.
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने भी जाहिर किया था गुस्सा
दरअसल, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने परवेज मुशर्रफ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, कभी भारत के कट्टर शत्रु रहे मुशर्रफ 2002-2007 के बीच शांति के लिए असली ताकत बन गए थे. शशि थरूर के इस बयान को लेकर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने भी कांग्रेस और शशि थरूर की निंदा की.
Comments