स्लग -- पहली बार हुआ कज़ाक़ कुरेस खेल का आयोजन, एशिया के तकनीकी प्रमुख परवीन त्यागी ने की शिरकत, खिलाड़ियों के लिए बताया सुनहरे भविष्य का शानदार अवसर। एंकर -- हिमाचल प्रदेश में पहली बार विदेशी खेल कज़ाक़ कुरेस को लेकर पहले इवेंट और परिचायक कार्यशाला का आयोजन ऊना के इंदिरा गांधी खेल परिसर के इनडोर स्टेडियम में हुआ। इस मौके पर इस खेल के एशियाई तकनीकी प्रमुख हरीश त्यागी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने इस खेल से जुड़ने वाले सभी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के साथ मुलाकात करते हुए न केवल खेल की बारीकियां के बारे बातचीत की अपितु उन्होंने इस खेल को खिलाड़ियों के सुनहरे भविष्य के लिए शानदार अवसर भी करार दिया। त्यागी ने बताया कि कज़ाक़ कुरेस खेल में वर्ष 2016 से शुरुआत करने के बाद 8 साल के अंतराल में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया है। जहां इस खेल को लेकर नए आयाम स्थापित हुए वहीं खिलाड़ियों में भी इसको लेकर काफी रुचि बढ़ी है। उन्होंने कहा कि करीब 2000 साल पुराने इस खेल को भारत में हाल ही में लॉन्च किया गया है। जूडो और रेसलिंग के मिश्रण से बने इस खेल में खिलाड़ियों के लिए जहां चुनौती भी शानदार है, वही आगे बढ़ने के मौके भी पर्याप्त हैं। वी ओ -- ऊना जिला मुख्यालय के इंदिरा गांधी खेल परिसर के इंडोर स्टेडियम में शनिवार को जूडो और रेसलिंग के मिश्रण के रूप में खेली जाने वाली नई खेल कज़ाक़ कुरेस को लांच किया गया। इस मौके पर
इस खेल के एशिया तकनीकी प्रमुख परवीन त्यागी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। हिमाचल प्रदेश में पहली बार आयोजित किये जा रहे हैं इस इवेंट के साथ-साथ खेल को लेकर परिचायक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया जिसमें न केवल खिलाड़ियों बल्कि खेल प्रशिक्षकों को भी खेल की बारीकियां के बारे में जानकारी दी जाएगी। कज़ाक़ कुरेस के एशियाई तकनीकी प्रमुख परवीन त्यागी ने कहा कि यह खेल करीब 2000 साल पुराना है हालांकि भारत में इसे हाल ही में लॉन्च किया है। वह खुद वर्ष 2016 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस खेल में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सहित 24 प्रदेश इस खेल को अपना चुके हैं और इस खेल के कई खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्य के खिलाड़ियों के लिए भी इस खेल के माध्यम से आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर हासिल होगा। उन्होंने कहा कि साल 2024 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो बड़ी प्रतियोगिताओं में भारत कज़ाक़ कुरेस में प्रतिभागिता करने जा रहा है। हिमाचल के खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए परवीन त्यागी ने कहा कि आज इस खेल में भारत के पास तीन से चार अंतरराष्ट्रीय रेफरी है जबकि जूनियर से लेकर सीनियर लेवल तक कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण कर चुके हैं। ऐसे में हिमाचल के खिलाड़ियों का भी कज़ाक़ कुरेस में अच्छा भविष्य होगा बाइट -- परवीन त्यागी (एशियाई तकनीकी प्रमुख) FEED FILE --
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