'पहले मां का कर्ज, फिर देश का फर्ज'... वंदे भारत के उद्घाटन के बाद बोले पीएम मोदी- 'निजी कारणों से आपके बीच नहीं आ पाया'

वाहन खाई में गिरने से 18 ग्रामीणों की मौत इटावा में अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरफ्तार केशव प्रसाद मौर्य की जौनपुर में चुनावी जनसभा मतगणना की तैयारियां हुई प्रारंभ- इंदौर ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत लद्दाख में महसूस किये गये भूकंप के झटके प्रधानमंत्री का ओडिशा का चुनावी दौरा खिलाडियों का ट्रायल कल 21 मई को नशे के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई झुंझुनू : यूपीएससी टॉपर्स का किया गया सम्मान हाजीपुर में 11 बजे तक 17.36 फीसदी मतदान हुआ मोहला-मानपुर मे आई टी बी पी द्वारा चिकित्सा शिविर का आयोजन चित्रकूट में पोलिंग पार्टी रवानगी व्यवस्थाओं का लिया गया जायजा रेलवे ने रायपुर के पास हुई घटना के उच्च स्तरीय जांच के दिए आदेश पीलीभीत में राहगीरों के लिए शुरू किया गया मासिक प्याऊ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम नर्सिंग कॉलेज घोटाला-गिरफ्तारी गंगानगर : जिले में लगातार बढ़ता गर्मी का सितम छत्तीसगढ़ सीमा पर हुई गोलीबारी में उड़ीसा सुरक्षा बल का जवान घायल पीलीभीत में गोमती को प्लास्टिकमुक्त करने हेतु शुरू हुआ अभियान

'पहले मां का कर्ज, फिर देश का फर्ज'... वंदे भारत के उद्घाटन के बाद बोले पीएम मोदी- 'निजी कारणों से आपके बीच नहीं आ पाया'

Anjali 30-12-2022 13:15:56

अंजलि,

लोकल न्यूज ऑफ इंडिया

नई दिल्ली - शुक्रवार (30 दिसंबर) को ऑनलाइन तरीके से पश्चिम बंगाल से जुड़े. मां हीराबेन मोदी के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने के बाद, पीएम मोदी आधिकारिक कार्यों में सक्रिय हो गए. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रिमोट का बटन दबाकर कोलकाता में रेलवे की कई परियोजनाओं का लोकार्पण किया.

मां के निधन के बाद अपने पहले भाषण में पीएम मोदी ने कहा, ''आज मुझे आपके बीच आना था लेकिन मेरे निजी कारणों की वजह से मैं आप सबके बीच नहीं आ पाया हूं, इसके लिए मैं आपकी, बंगाल की क्षमा चाहता हूं. बंगाल की पुण्य धरती को, कोलकाता की ऐतिहासिक धरती को आज मेरे लिए नमन करने का अवसर है. बंगाल के कण-कण में, आजादी के आंदोलन का इतिहास समाया हुआ है.''

'जिस धरती से वंदे मातरम का जयघोष हुआ, वहां से वंदे भारत ट्रेन शुरू'

पीएम मोदी ने कहा, ''जिस धरती से वंदे मातरम का जयघोष हुआ, वहां अभी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई. आज 30 दिसंबर की तारीख का भी इतिहास में अपना बहुत महत्व है. 30 दिसंबर 1943 को नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने अंडमान में तिरंगा फहराकर भारत की आजादी का बिगुल फूंका था.''

 

पीएम मोदी ने आगे कहा, ''इस घटना के 75 वर्ष होने पर, साल 2018 में मैं अंडमान गया था. नेता जी के नाम पर एक द्वीप का नामकरण भी किया था. अब इस समय देश आजादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहा है, अमृत महोत्सव मना रहा है.''

'पांच हजार करोड़ रुपये की लागत के मेट्रो प्रोजेक्ट पर हो रहा काम'

पीएम ने कहा, ''इसी अमृत महोत्सव में देश ने 475 वंदे भारत ट्रेन शुरू करने का संकल्प लिया था. आज इसी में से एक हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदेभारत ट्रेन यहां कोलकाता से शुरू हुई है. आज ही रेलवे और मेट्रो की कनेक्टिविटी से जुड़े अन्य प्रोजेक्ट्स का भी लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है. करीब पांच हजार करोड़ रुपये की लागत से जोका बीबीडी मेट्रो प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है.
इसमें से जोका तारातला मेट्रो रूट बनकर तैयार हो गया है. इससे शहर के लोगों की ईज ऑफ लिविंग और बढ़ेगी. ''

उन्होंने कहा, ''कुछ देर बाद ही मुझे गंगा जी की स्वच्छता और पीने के पानी से जुड़ी अनेक परियोजनाएं पश्चिम बंगाल को सौंपने का अवसर मिलेगा. नमामि गंगे मिशन के तहत पश्चिम बंगाल में सीवरेज के 25 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी गई है. इनमें से 11 प्रोजेक्ट पहले ही पूरे हो चुके हैं. सात प्रोजेक्ट आज पूरे हो रहे हैं.''

गंगा नदी की स्वच्छता को लेकर यह बोले पीएम मोदी

पीएम ने कहा, ''आज डेढ़ हजार करोड़ की लागत से पांच नई परियोजनाओं पर काम भी शुरू हो रहा है. इसमें जो प्रमुख है, वो है आदी गंगा नदी का पुनरुद्धार. मुझे बताया गया है कि अभी आधी गंगा नदी की स्थिति दुर्भाग्य से बहुत खराब है. इसमें जो कूड़ा-कचरा गिरता है, सीवर का गंदा पानी गिरता है, उसकी सफाई के लिए 600 करोड़ रुपये से अधिक का आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है.''

पीएम मोदी ने आगे कहा, ''हम लोग अक्सर व्यक्ति के जीवन में प्रिवेंटिव हेल्थ केयर की बात तो करते रहते हैं और हम कहते हैं कि दिनचर्या वो होनी चाहिए कि बीमारी की नौबत ही न आए. ठीक इसी तरह नदी की गंदगी को साफ करने के साथ ही, केंद्र सरकार प्रिवेंशन पर भी बहुत जोर दे रही है. इस प्रिवेंशन का सबसे बड़ा और आधुनिक तरीका है ज्यादा से ज्यादा आधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट. आने वाले 10-15 साल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, देश में आज आधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगवाए जा रहे हैं. आजादी के अमृतकाल में हमें फॉर्वर्ड लुकिंग सोच और एप्रोच के साथ देश को आगे ले जाना है.

'रेलवे इनफ्रास्ट्रक्चर में रिकॉर्ड निवेश'

इस 21वीं सदी में भारत के तेज विकास के लिए भारतीय रेलवे का भी तेज विकास, सुधार, ये सारी बातें बहुत जरूरी हैं, इसलिए आज केंद्र सरकार भारतीय रेलवे और इसके इनफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए रिकॉर्ड इन्वेस्टमेंट कर रही है.''

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :