पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना एक मई से प्रारंभ होगी। इसको लेकर टाइगर रिजर्व प्रशासन द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कुल 653 कैमरे लगाकर बाघों की गणना स्वचालित कैमरा ट्रेक विधि से कराई जाएगी। राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण के निर्देशानुसार प्रत्येक 4 वर्ष में देश के सभी टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना कराई जाती है परंतु पीलीभीत टाइगर रिजर्व में प्रति 2 वर्ष बाद बाघों की गणना कराई जाती है। पिछली गणना के अनुसार यहां 71 बाघ थे। इस समय यहां 100 से अधिक बाघ होने का अनुमान है। अब इस बार फिर से बाघ परिवार की गणना का फेस 4 शुरू होने जा रहा है। टाइगर रिजर्व में पहली मई से बाघों की
गणना शुरू होने में कैमरों की बैटरी उपलब्ध न होने की समस्या सामने आ रही है। कुल 653 कैमरे लगाकर यह काम शुरू कराया जाएगा। इन कैमरों के लिए नई बैटरी ऑर्डर की गईं हैं। यदि बैटरी समय पर नहीं आईं तो गणना में कुछ बिलंब हो सकता है। गणना के लिए वन कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है। गणना में विश्व प्रकृति निधि भारत द्वारा भी पूरा सहयोग किया जा रहा है। विश्व प्रकृति निधि भारत के परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि बाघ गणना सभी पांच वन रेंज में कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि बाघ गणना के लिए 610 प्वाइंट बनाए गए हैं, जिनपर कैमरे लगेंगे। बीट कर्मचारी और स्पेशल टीम इन कैमरों की निगरानी में रहेंगी।
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