अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की संवैधानिक पीठ फैसला सुना रही है। चार सूट पर फैसला सुनाया जा रहा है। सूट नंबर 1 गोपाल सिंह विशारद, सूट नंबर 3 निर्मोही अखाड़ा, सूट नंबर 4 सुन्नी वक्फ बोर्ड, सूट नंबर 5 रामलला विराजमान पर फैसला सुनाया जा रहा है।
शिया वक्फ बोर्ड के वकील अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि ठीक 10.30 बजे संवैधानिक पीठ बैठेगी। इसके 10 मिनट बाद फैसला आएगा. सबसे पहले हमारी याचिका पर फैसला आएगा। हमारा कहना था कि मीर बाकी शिया था और किसी भी शिया की बनाई गई मस्जिद को किसी सुन्नी को नहीं दिया जा सकता है। इसलिए इस पर हमारा अधिकार बनता है और इसे हमें दे दिया जाए। शिया वक्फ बोर्ड चाहता है कि वहां इमाम-ए-हिंद यानी भगवान राम का भव्य मंदिर बने, जिससे हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम की जा सके।
वकील अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि हमारे बाद रामलला विराजमान vs सुन्नी वक्फ बोर्ड पर फैसला सुनाया जाएगा. केवल दो सूट पर फैसला आएगा. हमें पूरा भरोसा है कि फैसला स्पष्ट आएगा और उसमें कोई खिचड़ी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मेरी मुस्लिम और हिंदू पक्ष दोनों से अपील है कि 500 साल पुराने फैसले का अंत होने जा रहा है। अब इसे और विवादित न कीजिए। जो भी फैसला आए. उसका स्वागत कीजिए।
अमित शाह से मिलने पहुंचे एनएसएअयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ फैसला सुना रही है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने केंद्रीय गृह सचिव अभिषेक भल्ला और एनएसए अजित डोभाल पहुंच गए हैं। फैसले के बाद की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की जा रही है.
SC के आस-पास धारा-144 लागूअयोध्या पर फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आस-पास इलाकों में धारा-144 लागू कर दी गई है। इसके साथ ही तिलक मार्ग की ओर जाने वाली मथुरा रोड से भगवान दास रोड को बंद कर दिया गया है। गाड़ियों को डायवर्ट कर दिया गया है।
सोशल मीडिया को लेकर गाइडलाइनमहाराष्ट्र में पुलिस ने सोशल मीडिया को लेकर गाइड लाइन जारी किया है। इसमें कहा गया कि अगर कोई भ्रामक मैसेज व्हॉट्सऐप ग्रुप में डालता है तो उसके लिए एडमिन को जिम्मेदार माना जाएगा और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजामयूपी पुलिस के एडीजी आशुतोष पांडेय ने कहा कि अयोध्या में अर्धसैनिक बल, आरपीएफ, पीएसी की 60 कंपनियों और 1200 पुलिस कॉनस्टेबल, 250 सब-इंस्पेक्टर, 20 डिप्पी एसपी और 2 एसपी तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा निगरानी के लिए डबल लेयर बैरिकेडिंग, 35 सीसीटीवी और 10 ड्रोन लगाए गए हैं।
मुंबई में 40 हजार पुलिसकर्मी तैनातअयोध्या पर फैसले को लेकर मुंबई में 40 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसमें रिजर्व पुलिस बल के जवान शामिल हैं। इसके अलावा पूरे शहर की सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है। मुंबई के खास जगहों पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है.
धार्मिक स्थलों की चेकिंगनोएडा में पुलिस ने धार्मिक स्थलों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया. इसके साथ नोएडा में चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
चेन्नई में 15 हजार पुलिस कर्मी तैनातअयोध्या विवाद पर फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर खास नजर रखी जा रही है। कई राज्यों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। चेन्नई में 15 हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। आज सुबह सभी पुलिसकर्मी राजरथिनम मैदान में इकट्ठा हुए। इसके बाद सभी को शहर के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया गया।
PM मोदी और CM योगी ने की शांति की अपीलफैसले के मद्देनजर अयोध्या, यूपी समेत देश के तमाम शहरों में सुरक्षा सख्त कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति और अमन की अपील की है। देश के तमाम शहरों से आम लोगों ने भी सद्भावना रैली निकालते हुए शांति की अपील की है।
जम्मू- कश्मीर में धारा-144 लागूसुबह साढे 10 बजे सुप्रीम कोर्ट अयोध्या पर फैसला सुनाने वाला है। सबसे बड़े फैसले के मद्देनजर पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। जम्मू कश्मीर में भी धारा 144 लागू है। अलीगढ़ में इंटरनेट पर बैन लगाया गया है, तो देश के कई राज्यों में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है।
मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने की पुख्ता जानकारी नहींकोर्ट ने ASI रिपोर्ट के आधार पर अपने फैसले में कहा कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने की भी पुख्ता जानकारी नहीं है।
निर्मोही अखाड़े का दावा खारिजसुप्रीम कोर्ट ने निर्मोही अखाड़े का दावा खारिज कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि अखाड़े का दावा लिमिटेशन से बाहर है।
1949 में रखी गईं मूर्तियांअयोध्या पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई फैसला पढ़ रहे हैं। इस दौरान चीफ जस्टिस ने कहा कि
1949 में मूर्तियां रखी गईं।
फैसले की कॉपी पर जजों ने किए दस्तखतकोर्ट रूम में फैसले की कॉपी लाई गई, जिसके बाद फैसले की कॉपी पर सभी जजों ने दस्तखत किए।
कोर्ट रूम में सभी पक्षकार मौजूदअयोध्या पर फैसला आने वाला है, जिससे पहले कोर्ट रूम खचाखच भरा है. सभी पक्षकार भी कोर्ट में मौजूद हैं।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे CJIचीफ जस्टिस रंजन गोगोई सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं. कुछ देर बाद रंजन गोगोई कोर्ट रूम पहुंचेंगे, जहां 10.30 बजे के बाद अयोध्या केस का फैसला सुनाया जाएगा।
CJI कोर्ट के बाहर वकीलों का जमावड़ाचीफ जस्टिस रंजन गोगोई की कोर्ट के बाहर वकीलों का भारी जमावड़ा है। हर किसी को चीफ जस्टिस के कोर्ट रूम पहुंचने का इंतजार है, जिसके बाद देश के सबड़े बड़े और पुराने केस का फैसला सुनाया जाएगा।
कोर्ट पहुंचे तुषार मेहताअयोध्या पर फैसले की घड़ी बस करीब है. सुप्रीम कोर्ट में वकीलों का आना शुरू हो गया है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं।
शिया वक्फ बोर्ड के वकील ने क्या कहाशिया वक्फ बोर्ड के वकील अश्विनी उपाध्याय ने बताया कि सबसे पहले शिया वक्फ बोर्ड के केस पर फैसला आएगा। उन्होंने कहा कि मीर बाकी शिया था और किसी भी शिया द्वारा बनाई गई मस्जिद को सुन्नी को नहीं दिया जा सकता, यही अपील शिया वक्फ बोर्ड की है।
चार सूट पर फैसला सुनाएगी बेंचचीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुआई में सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की विशेष पीठ चार सूट पर फैसला सुनाएगी। सूट नंबर 1 गोपाल सिंह विशारद से जुड़ा है, दूसरा निर्मोही अखाड़ा, तीसरा सुन्नी वक्फ बोर्ड और चौथा सूट रामलला विराजमान से जुड़ा है।
कोर्ट में क्या होगासुबह करीब 9.30 बजे के बाद सभी जज कोर्ट पहुंचना शुरू हो जाएंगे. इसके बाद चीफ जस्टिस रंजन गोगोई समेत बेंच के बाकी जज भी वहां पहुंच जाएंगे. ठीक 10.30 बजे सभी पांचों जज बैठ जाएंगे और पांच लिफाफे फाड़े जाएंगे, जिनके अंदर अयोध्या का फैसला है. इसके बाद अयोध्या का फैसला पढ़ा जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट इलाके में धारा 144अयोध्या पर फैसला आने में बस कुछ वक्त बचा है, जिससे पहले सुप्रीम कोर्ट के बाहर सुरक्षा बढ़ाई गई है। साथ ही पूरे इलाके में धारा 144 भी लागू कर दी गई है।
फैसले से पहले क्या बोले निर्मोही अखाड़ा के वकीलफैसले से पहले निर्मोही अखाड़ा के वकील तरुणजीत वर्मा ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि 491 साल बाद इस तरह का फैसला आ रहा है जो भारत को जोड़ने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि आज जो फैसला आएगा, उससे पूरा विवाद खत्म हो जाएगा।
में आया था इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसलाअयोध्या विवाद पर 30 सितंबर 2010 को इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला आया था। इस फैसले में कोर्ट ने 2.77 एकड़ जमीन को सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्माही अखाड़ा और रामलला के बीच बांटने का आदेश दिया था. कोर्ट के इस आदेश को ही सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी, जिस पर लंबी सुनवाई के बाद आज सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की पीठ अपना फैसला सुनाने जा रही है।
इन पांच जजों ने की सुनवाईचीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की पीठ ने इस मामले की सुनवाई की और अब यही पीठ फैसला सुनाएगी। इस पीठ में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के अलावा जस्टिस एसए बोबड़े, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नज़ीर शामिल हैं। इन पांचों जजों ने अयोध्या विवाद की सुनवाई की है, जिसके बाद आज इस मामले में फैसला आ रहा है।
फैसले के बाद AIMPLB की प्रेस कॉन्फ्रेंसअयोध्या पर फैसले के मद्देनजर राजनीतिक दलों से लेकर सामाजिक और धार्मिक संगठनों तक हर तरफ से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। सुबह 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ जाएगा, जिसके बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की लीगल कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी मीडिया को संबोधित करेंगे। जिलानी के साथ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के दूसरे सदस्य भी मौजूद रहेंगे।
40 दिन लगातार चली सुनवाईचीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने अयोध्या केस में 40 दिनों तक लगातार सुनवाई की। यह सुनवाई 6 अगस्त से शुरू हुई थी, जिसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
अजमेर दरगाह दीवान ने भी की अपीलअजमेर दरगाह दीवान जैनुल आबेदीन चिश्ती ने अपील की है कि जिस पक्ष के हक में फैसला आए वो खुशी न मनाए और जिसके खिलाफ फैसला आए वो निराश नहीं हो।
नोएडा में धार्मिक स्थलों की चेकिंगफैसले के मद्देनजर नोएडा में खास एहतियात बरता जा रहा है। नोएडा पुलिस धार्मिक स्थलों की चेकिंग कर रही है।
भागवत ने की शांति की अपीलअयोध्या केस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
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