उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को 9वीं बार अयोध्या पहुंचे हैं। सीएम ने यहां अयोध्या शोध संस्थान में भगवान राम के कोदंड स्वरूप की आदमकद प्रतिमा का अनवारण किया है। इसके बाद योगी ने राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के 81वें जन्मदिवस समारोह का उद्घाटन किया। उन्होंने महंत की लंबी उम्र की कामना की। सीएम ने कहा कि, रामकाज करिए बिना हमें आराम नहीं है। राम मंदिर के निर्माण का रास्ता जल्द निकले, इसकी कामना करता हूं। सीएम अयोध्या के विकास कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे। अयोध्या में योगी करीब साढ़े तीन घंटे रहेंगे।
लोकसभा चुनाव के खत्म होने के बाद योगी का यह पहला अयोध्या दौरा है। इससे पहले योगी ने चुनाव के दौरान आयोग द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद हनुमानगढ़ी का दर्शन किया था। इस दौरान वे एक दलित बस्ती में भी गए थे और प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी के यहां भोजन किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, लोकमंगल की कामना को लेकर राम जी का जन्म जिन कारण से हुआ था, उन मूल्यों व आदर्शो को कायम करने का जो काम है, उस पर चिंतन करने का आज यह समय है। इस तरह के अवसर उन आदर्शो पर चर्चा करना का अवसर मिलता है। आज यहां आकर मुझे बहुत खुशी प्राप्त हो रही है। राम जी का जन्म लोकमंगल के लिए है, जीवन के मूल्यों को बरकरार रखने के लिए है हुआ है।
हम सब का एक ही धर्म होना चाहिए राष्ट्र धर्म। उसको मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए। अयोध्या इसकी आधारशिला है। राम काज करिए बिना हमको कहा आराम और सरकार उस दिशा में काम कर रही है। नकारात्मकता जीवन का हिस्सा नहीं होना चाहिए। सबके मंगल की कामना सबको करनी चाहिए। भगवान राम का भी यही संदेश है। अयोध्या से यह संदेश जाना चाहिए। राम मंदिर के निर्माण का रास्ता प्रश्स्त हो सके, इसकी कामना करता हूं।
संविधान की मूल प्रति में भगवान राम का चित्र है। कृष्ण का संदेश था, लेकिन 1947 के बाद बनने वाली सरकारों को क्या राम के नाम से परहेज था? पहली बार मोदी जी की सरकार ने पहल की। पूरी दुनिया में अयोध्या की पहचान रामजन्म भूमि से है। इसलिए मोदी सरकार ने अयोध्या को बड़े स्तर पर उठाया। परंपरा को आगे बढ़ाया है।
पूरे विश्व में अयोध्या राम के नाम से जानी जाती है, इसलिए सबसे पहले हमने नगर निगम अयोध्या किया, जिला का नाम अयोध्या किया। मतलब हम सभ्यताओं और परंपराओं को संजोकर रखेंगे। अयोध्या का समग्र विकास होना चाहिए और दो साल पहले हमने इसी पर काम किया है। दीपोत्सव में अयोध्या में विभिन्न राष्ट्र अध्यक्षों को निमंत्रण दिया जाएगा।
सभी संतों ने जिस तरह मोदी जी को आशीर्वाद दिया है, यह देश को विश्व में मजबूत करेगा। 21 जून
को पूरा विश्व योग दिवस मनाएगा। यह देश की विश्व में जीत है। इस बार दो बड़ी बात देश में हुई। पहली मोदी जी की जीत, दूसरी कुंभ की सफलता। प्रयागराज के कुम्भ से एक बड़ा संदेश पूरे विश्व में गया। कुंभ को विश्व ने मान्यता दी।
यूपी में 80 सीटों पर लोकसभा चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुए हैं। जो लोग नकारात्मक राजनीति कर रहे थे, वो सभी लोग इस चुनाव में खारिज कर दिए गए। देश की जनता ने इस चुनाव में अपना मन बता दिया की मजबूत सरकार से देश, देश से धर्म और धर्म में हम सभी सुरक्षित रहेंगे।
योगी दोपहर करीब ढाई बजे में अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वे सीधे अयोध्या शोध संस्थान गए। जहां भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण किया। करीब आधे घंटे रहने के बाद सीएम मणिराम दास छावनी में प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र पहुंचे। जहां महंत गोपालदास के जन्मोत्सव समारोह का उद्घाटन किया। योगी लगातार तीसरी बार महंत के जन्म दिवस समारोह में आ रहे हैं। इसके बाद वे अफसरों के साथ नया घाट, राम की पैड़ी, भजन स्थल और गुप्तार घाट पर हो रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद लखनऊ रवाना हो जाएंगे।
अयोध्या शोध संस्थान ने काष्ठ कला की दुर्लभ कृति कोदंड राम की प्रतिमा को कर्नाटक के कावेरी कर्नाटक स्टेट आर्ट्स एवं क्राफ्ट एम्पोरियम से 35 लाख रु. में खरीदा गया है। फिलहाल, प्रतिमा का अनावरण अस्थाई स्थल पर कराया जाएगा और बाद में लाइब्रेरी में इसका स्थाई प्लेटफॉर्म बन जाने पर इसे वहां स्थापित कर दिया जाएगा। 7 फीट की इस प्रतिमा को बनाने वाले कलाकार एम मूर्ति को राष्ट्रपति पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
भगवान राम के धनुष का नाम कोदंड था। कोदंड का अर्थ होता है बांस से निर्मित। कोदंड एक चमत्कारिक धनुष था, जिसे हर कोई धारण नहीं कर सकता था। इससे छोड़ा गया बाण लक्ष्य को भेदकर ही वापस आता था। कोदंड नाम से भिलाई में एक राम मंदिर भी है, जिसे कोदंड रामालयम मंदिर कहा जाता है।
महंत नृत्यगोपाल दास का जन्मदिवस समारोह 15 जून तक चलेगा। उसी दिन धर्म संसद बुलाई गई है। चूंकि, नृत्य गोपाल दास राम मंदिर न्यास के अध्यक्ष भी हैं। ऐसे में उनके जन्मदिवस समारोह में राम मंदिर का मुद्दा उठना भी संभावित है। बीते दिनों जन्मदिवस समारोह के लिए आयोजित बैठक के बाद संतों ने संकेत दिया था कि इस दौरान राम मंदिर मुद्दे के शीघ्र समाधान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए एक प्रस्ताव पारित भी हो सकता है। इसी दिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने सभी नवनिर्वाचित सांसदों के साथ अयोध्या पहुंच रहे हैं। संभावना है कि उद्धव न्यास के अध्यक्ष के जन्मदिवस समारोह में भी शामिल हो सकते हैं।
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