सिर्फ कागजों में ही ख़रीदा और बांटा गया किसानो के लिए बीज

चित्रकूट में मतदान की तैयारियों को लेकर हुई बैठक इटावा सफ़ारी पार्क में 4 नवजात शावकों की मौत पीलीभीत से तीर्थ यात्रियों का जत्था रवाना पंजीयन विभाग ने संपत्ति की रजिस्ट्री सरकारी गाइडलाइन दर से कम रेट में करने पर लगाई रोक कन्नौज न्यायालय में कल लगेगा नि:शुल्क मेडिकल कैंप सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत राजनांदगांव में लोग घरों में लगा सकेंगे सोलर पैनल फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप ने पलवल जिले के गांव फुलवाड़ी में जनसभा को संबोधित किया। पीलीभीत में दुष्कर्म के आरोपी को फास्ट्रैक कोर्ट द्वारा सुनाई गई 10 साल सश्रम कारावास की सजा राजनाथ सिंह-ओपी श्रीवास्तव के समर्थन में सीएम योगी ने की जनसभा टोंक : महिला थाने का एएसआई 15 हजार की रिश्वत लेते गिरिफ्तार आज का राशिफल कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इंडी गठबंधन के कुरुक्षेत्र लोकसभा से प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता के लिए वोट मांगे । पलवल के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की। स्वाति मालीवाल मारपीट मामले पर केजरीवाल पर बरसीं निर्मला सीतारमण लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के नाम वापस लेने का आज अंतिम दिन आज विश्‍व दूरसंचार एवं सूचना सोसायटी दिवस है एम्स के चिकित्सक और पूर्व सैनिक मिलकर सामाजिक जागरूकता के लिए पहल करेंगे ग्राम स्वराज किसान मोर्चा ने भिवानी के गांवों में चलाया मतदाता जागरूकता अभियान, युवाओं को दिलाई शपथ बी जे पी उम्मीदवार चौधरी कृष्णपाल गुर्जर और कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप ने विभिन्न जन सभाओं को संबोधित किया । वाराणसी में दिव्यांग मतदाता जागरूकता रैली

सिर्फ कागजों में ही ख़रीदा और बांटा गया किसानो के लिए बीज

Deepak Chauhan 07-06-2019 16:15:30

उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ धोखाधड़ी का एक मामला प्रकाश में आया है. गरीब किसानों को बांटने के लिए कई क्विंटल बीज खरीद कर उनको मुहैया करवाई गई है. मगर, यह खरीद व आपूर्ति महज कागजों में हुई है. किसानों को इससे कुछ नहीं मिला.

धोखाधड़ी के इस मामले में बीज खरीद की फर्जी रसीदों पर अधिकारियों के हस्ताक्षर व सरकार की मुहर का स्पष्ट तौर पर इस्तेमाल किया गया था. शुरुआती जांच में बताया गया है कि इस घोटाले के अधिकांश हिस्से पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान अंजाम दिया गया है. अब तक 16.56 करोड़ रुपये की फर्जी रसीदों का पता चला है. यह इस बड़े घोटाले का अंश मात्र है.

सरकारी धन के इस दुरुपयोग के संबंध में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने आर्थिक अपराध शाखा को यह पता लगाने का निर्देश दिया है कि बीज घोटाला सिर्फ कानपुर (सरकारी गोदाम) में ही हुआ या उत्तर प्रदेश के दूसरे जिलों में भी ऐसा हुआ है.


कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उमाशंकर पाठक ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि कानपुर पुलिस ने उत्तर बीज एवं विकास निगम की जांच के आधार पर पहले ही प्राथमिकी दर्ज की है.

यह घोटाला पिछले साल तब उजागर हुआ जब बीज निगम ने भुगतान के लिए अपना बिल कृषि विभाग के पास भेजा.

जांच के
दौरान 99 लाख रुपये का एक फर्जी बिल पाया गया. बाद में घोटाले की विभागीय जांच शुरू की गई.

सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल (2007-2012) और उसके बाद सत्ता में आए अखिलेश यादव के कार्यकाल (2012-2017) के दौरान 16.16 करोड़ रुपये के बिल फर्जी पाए गए.

एक अधिकारी ने बताया, ‘हम मामले में किसी मंत्री या शीर्ष नौकरशाह की संलिप्तता से इन्कार नहीं कर सकते हैं. ऐसा लगता है कि शीर्ष स्तर पर मिलीभगत थी.’

सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि 9080 और 7188 दो सीरीज की संख्या वाली रसीद फर्जी थीं. यह जांच कानपुर स्थित गोदाम पर केंद्रित थी. उन्होंने बताया कि प्रमुख अधिकारियों और भंडार के निचले स्तर के कर्मचारियों ने सिर्फ कागजों पर बीजों की खरीद और आपूर्ति दिखाई. बाद में वरिष्ठ अधिकारियों ने बिलों को अग्रसारित किया और भुगतान किया गया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े खर्च वाले अहम मंत्रालयों के सचिवों को आंतरिक लेखा परीक्षा पर ध्यान देने का निर्देश दिया है ताकि सक्षम तरीके से सरकार का संचालन सुनिश्चित हो.

मुख्यमंत्री ने पहले ही भ्रष्टाचार का अड्डा बने पशुपालन और चकबंदी विभागों के कई भ्रष्ट अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. इससे पहले गोमती रिवर फ्रंट योजना और खनन घोटाला जैसे भ्रष्टाचार से संबंधित अहम मामलों की जांच मुख्यमंत्री ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपी.

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :