सुशांत सिंह राजपूत की मौत का रहस्य लगातार गहराता जा रहा है। इस बीच, पटना से मुंबई केस ट्रांसफर करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती कहा कि सुशांत के पिता की तरफ से जो एफआईआर पटना में दर्ज की गई है उसका वहां से कोई संबंध नहीं है।
रिया से कोर्ट से कहा कि ऐसा लगता है कि इस केस में राज्य की दखल और प्रभाव इसलिए पूर्वाग्रह की आशंका है। रिया की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए वकील श्याम दीवान ने कहा, इस केस में पूर्वाग्रह की पूरी आशंका है और इंसाफ तभी हो पाएगा जब उनकी तरफ से किए गए प्रार्थना पर इजाजत दी जाएगी।
रिया ने केस पटना से की मुंबई ट्रांसफर की मांग
सुशांत सिंह राजपूत केस में आरोपी अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने पटना में दर्ज प्राथमिकी को मुंबई ट्रांसफर करने मांग की है। हालांकि, पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट को केंद्र ने बताया था कि बिहार सरकार की सिफारिश को उसने मान लिया है और मामला सीबीआई को दे दिया है। मगर महाराष्ट्र ने सीबीआई जांच का विरोध किया था। वहीं, अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने इस मामले पर सुनवाई से एक दिन पहले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि उसे इस मामले में 'राजनीतिक एजेंडे में बलि का बकरा नहीं बनाया जाना चाहिए।'
रिया के हलफनाम में क्या कहा गया
रिया ने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कथित रूप से जिम्मेदार ठहराया है। रिया चक्रवर्ती ने दावा किया कि राजपूत की मौत की दुखद घटना दुर्भाग्य से बिहार चुनाव से ठीक पहले हुयी और इसी वजह से आत्महत्या के इस मामले को मीडिया में 'तिल का ताड़ बनाया जा रहा है। अभिनेत्री ने कहा कि इस प्रकरण को लगातार सनसनीखेज बनाया जा रहा है जो उसे अत्यधिक अवसाद पहुंचा रहा है और इससे उसके निजता के अधिकार का हनन हो रहा है। उन्होंने न्यायालय में दाखिल अतिरिक्त हलफनामे में कहा कि
राजपूत की मौत के मामले में किसी प्रकार की गड़बड़ी साबित होने से पहले ही मीडिया ने उसे 'दोषी ठहरा दिया है।
रिया बोली- सुप्रीम कोर्ट के फैसले से आपत्ति नहीं
हलफनामे में रिया ने कहा है कि अगर शीर्ष अदालत इस मामले को केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपती है तो उसे इस पर कोई आपत्ति नहीं है और 'इस मामले की अगर सीबीआई जांच करती है तो भी इसका अधिकार क्षेत्र पटना की नहीं बल्कि मुंबई की अदालतें होंगी।' हलफनामे के अनुसार 'बिहार और केन्द्र में सत्तारूढ़ दल वही पार्टी है जो महाराष्ट्र में अल्पमत में है। हलफनामे में यह भी आरोप लगाया गया है कि उक्त मामले को पटना की अदालत को सौंपने और फिर चार अगस्त को सीबीआई को सौंपे जाने के कारण शीर्ष अदालत में लंबित उसकी याचिका निष्फल हो गयी है।' रिया ने हलफनामे में दावा किया है कि बिहार पुलिस द्वारा इस मामले की जांच सीबीआई को हस्तांतरित करना 'गैरकानूनी और कानून की नजर में गलत' है।
रिया ने दिया टूजी स्पेक्ट्रम और आरूषी कांड का हवाला
रिया ने अपने हलफनामे में कहा है कि दो अन्य अभिनेताओं-आशुतोश भाकरे और समीर शर्मा द्वारा भी पिछले एक महीने के दौरान आत्महत्या करने की खबर है लेकिन 'इन घटनाओं' को लेकर सत्ता के गलियारों में कोई सुगबुगाहट नहीं है। अभिनेत्री ने हलफनामे में टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन और आरूषि तलवार मामले का जिक्र करते हुये कहा है कि दोनों ही मामलों मे मीडिया ने इसी तरह से आरोपियों को दोषी करार दे दिया था लेकिन बाद में अदालतों ने इन आरोपियों को निर्दोष पाया।
क्या है पूरा मामला और आरोप
रिया ने सुशांत सिंह राजपूत के पिता द्वारा पटना के राजीव नगर थाने में 25 जुलाई को दर्ज करायी गयी प्राथमिकी मुंबई पुलिस को स्थानांतरित करने का अनुरोध हुये शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर रखी है। इस प्राथमिकी में रिया चक्रवर्ती और उसके परिजनों सहित छह लोगों पर अभिनेता को आत्महत्या के लिये उकसाने के आरोप लगाये गये हैं।
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