अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहली बार हो रही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल मैच के पहले दिन का पूरा खेल शुक्रवार को बारिश की भेंट चढ़ गया. मैदान की हालात ऐसी थी कि अंपायर दोनों कप्तानों केन विलियमसन और विराट कोहली के संग मिलकर टॉस भी नहीं कर पाए. हालांकि पहले दिन के बाद अब दर्शक इस उम्मीद में हैं कि इंद्र देवता अगले पांच दिन शांत रहेंगे, जिससे उन्हें एक बेहतरीन मैच देखने का मौका मिलेगा. चूकिं पहले दिन का खेल छह घंटे से ज्यादा बर्बाद हो गया है, ऐसे में डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए तय नियमों के अनुसार अब जरूरत पड़ने पर छठे दिन भी खेल हो सकता है.
बारिश फिर बिगाड़ेगी खेल
शुक्रवार को पहले दिन का खेल पूरा नष्ट होने की वजह से अब शनिवार को भारतीय समयानुसार दोपहर बाद तीन बजे (स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजकर 30 मिनट) पर खेल शुरू होगा. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में भी साउथैम्प्टन में बारिश जारी रहेगी। हालांकि इस दौरान आज यानी 19 जून को राहत रहेगी. हालांकि बीच-बीच में बारिश का दौर देखने को मिल सकता है.
लेकिन रविवार, सोमवार और मंगलवार यानी मैच के आखिरी तीन दिनों में तेज और लगातार बारिश होने की संभावना है. इससे मैच के नतीजे पर संकट मंडरा रहा है. अगर मैच के रिजर्व डे यानी छठे दिन भी नतीजा नहीं निकलता है तो दोनों टीमों को ही संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया जाएगा.
मैच के पहले दिन पूरे दिन बारिश ने अपना खेल जारी रखा, जिससे कई बार मैदान का निरीक्षण करने के बाद भी अंपायरों को मजबूरी में खेल रद्द करना पड़ा. अगले दिनों में भी बारिश की संभावना को देखते हुए अब साउथैम्प्टन को फाइनल मैच के स्थल के रूप में चुनने पर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं. लेकिन माना जा रहा है कि आईसीसी और इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने मैच स्थल को अंतिम रूप देने से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को विश्वास में लिया था। इस स्टेडियम में फाइव स्टार होटल जैसी व्यवस्था है और यहां जैव सुरक्षित वातावरण तैयार करना आसान होता है. वैसे भी इंग्लैंड में मौसम बदलने में समय नहीं लगता और ऐसे में यदि किसी अन्य जगह पर भी मैच होता तो इसकी कोई गारंटी नहीं थी कि वहां बारिश नहीं होती.
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