नई दिल्ली,Localnewsofindia-दिवाली और धनतेरस से पहले ही सोने का भाव चढ़ने लगा है। इस महीने अब तक 24 कैरेट सोने के भाव में 1633 रुपये की उछाल आ चुकी है, जबकि चांदी के रेट में सबसे तेज बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान चांदी 5919 रुपये की छलांग लगा चुकी है। जहां तक सोने के 7 अगस्त के रिकॉर्ड ऊंचाई की तुलना करें तो सोना अभी भी 3653 रुपये सस्ता है। वहीं चांदी भी इस साल के अपने उच्च रेट से 9168 रुपये नरम है।
तेजी की ये है वजह
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक तपन पटेल ने कहा कि अमेरिका में सत्ता परिवर्तन होने के साथ अधिक आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज मिलने की उम्मीद में सोने की कीमतों में तेजी आई है। बता दें अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना ने बढ़त के साथ 1,950 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार किया। जबकि, चांदी 25.44 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही। न्यूयार्क में सोना 0.18 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,950.40 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
नवंबर में अब तक सोने-चांदी की ऐसी रही चाल
तारीख | सोने का रेट (रुपये/10 ग्राम) | चांदी का रेट (रुपये/ किलो ग्राम) |
6 नवंबर 2020 |
xss=removed>52473 | 65845 |
05 नवंबर 2020 | 51532 | 62799 |
04 नवंबर 2020 | 51306 | 61243 |
03 नवंबर 2020 | 51242 | 62250 |
02 नवंबर 2020 | 51037 | 61867 |
29 अक्टूबर 2020 | 50840 | 59926 |
07 अगस्त 2020 | 56126 | 75013 |
दिवाली तक क्या होगा भाव
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक दिवाली तक सोने के भाव 52000 से 54000 के बीच रह सकता है। अजय केडिया ने हिन्दुस्तान को बताया कि राष्ट्रपति का चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प जीतें या जो बिडेन, सोने की कीमत में तेजी आनी है। उनका कहना है कि अगर जो बिडेन राष्ट्रपति का चुनाव जीत जाते हैं तो शेयर बाजार में दबाब बढ़ेगा।
ऐसा इसलिए की ट्रंप के हटने से अमेरिका में जो भी आर्थिक योजनाएं चल रही हैं या जिन पर आगे काम होना है, उन्हें लेकर अनिश्चितता बढ़ जाएगी। बिडेन पहले से ही ट्रंप के नीतियों की आलोचना कर रहे हैं। ऐसे में नई सरकार अर्थव्यवस्था के लिए मौजूदा नीतियों में बदलाव कर सकती है। वहीं, वैश्विक स्तर पर भी नए समीकरण बन सकते हैं, जिससे कई क्षेत्र की बड़ी कंपनियों पर शुरूआती दबाव होगा। ऐसे में सोने में एक बार फिर निवेश तेज होगा।
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