अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: HDFC Bank ने मंगलवार को बताया कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स शुक्रवार 18 जून को बैठक करने वाले हैं. इस बैठक में बैंक 31 मार्च 2021 को खत्म फिस्कल ईयर के लिए डिविडेंड का ऐलान कर सकती है. HDFC Bank ने कहा कि रिजर्व बैंक ने 22 अप्रैल 2021 को बैंकों के डिविडेंड बांटने से जुड़ा एक नोटिफिकेशन जारी किया जिसको ध्यान में रखकर डिविडेंड का ऐलान किया जाएगा.
क्या था RBI का नोटिफिकेशन?
RBI ने इस साल 22 अप्रैल को एक नोटिफिकेशन जारी करके बैंकों को कहा था, "बैंक फिस्कल ईयर 2021 के लिए डिविडेंड पेआउट 50 फीसदी तक ही सीमित रखें और पूंजी बचाएं ताकि कोरोनावायरस संक्रमण के इस दौर में कामकाज में मदद हो सके." हालांकि कोऑपरेटिव बैंकों को इक्विटी शेयरों पर प्रॉफिट से डिविडेंड देने की छूट है.
RBI ने फिस्कल ईयर 2020 में बैंकों को डिविडेंड बांटने की मंजूरी नहीं दी थी. पिछले साल अप्रैल में लॉकडाउन शुरू होने के बाद RBI ने यह फैसला किया था.
HDFC Bank ने बताया कि 15 जून 2021 से लेकर 20 जून 2021 तक डेजिगनेटेड कर्मचारियों और डायरेक्टर्स के लिए शेयरों
की खरीद फरोख्त बंद रहेगी ताकि कोई इनसाइडर ट्रेडिंग ना हो पाए. HDFC Bank के शेयर दोपहर 12.13 बजे 0.75 फीसदी ऊपर 1490.55 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे.
क्या होता है डिविडेंड…कब आती है खाते में ये रकम
कुछ कंपनियां अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा देती रहती हैं. मुनाफे का यह हिस्सा वे शेयरधारकों को डिविडेंड के रूप में देती हैं.
डिविडेंड की घोषणा के साथ एक रिकॉर्ड डेट का भी ऐलान होता है. यह वो तारीख होती है, जिस दिन कंपनी अपनी रिकॉर्ड बुक्स में ये देखती है, अभी कंपनी के शेयर के किन-किन निवेशकों के पास है. यानी जिन लोगों के पास रिकॉर्ड डेट तक शेयर होता है उसके खाते में डिविडेंड के पैसे ट्रांसफर किए जाते है.
डिविडेंड कितना मिलेगा ये कौन तय करता है?
कितना डिविडेंड देना है, ये कंपनी की सालाना मीटिंग में तय होता है. इसे फाइनल डिविडेंड कहते हैं. अगर कंपनी वित्तीय वर्ष के बीच में ही डिविडेंड दे तो उसे इंटरिम डिविडेंड या अंतरिम लाभांश कहा जाता है. इंटरिम डिविडेंड तब दिया जाता है, जब कंपनी किसी वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में प्रॉफिट कमाती है.
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