कोंडागांव के परेशान गांववालों ने बनाया जुगाड़ का पुल

मतदान पूर्वाभ्यास कार्यक्रम लोकसभा चुनाव में तैनात पीठासीन-सहायक पीठासीन अधिकारियों को दिया प्रशिक्षण कांग्रेस कुनीति और कुबुद्धि का शिकार, हिमाचल में लानी होगी स्थाई सरकार—कंगना रानौत उत्तराखंड : चारधाम यात्रा के लिए देहरादून एसएसपी ने सरकार की आधिकारिक वेबसाइट से पंजीकरण कराने की दी सलाह छत्तीसगढ़ में अनेक स्थानों पर शादी की रस्मों के बीच दूल्हा दुल्हन वोट डालने पहुंचे लोगों में मतदान को लेकर भारी उत्साह: ओम बिरला लोकसभा से चौधरी महेंद्र प्रताप को कांग्रेस ने उतरा मैदान में - बधाई देने वालों का लगा तांता । मतदाता जागरूकता गतिविधिया- नीमच पीलीभीत में गोमती नदी को रात में ही शारदा नहर से दिया गया पानी पीलीभीत से सुहाना हो जाएगा लखनऊ का सफर, आज से चलेगी समर स्पेशल ट्रेन पांचवें चरण की अधिसूचना आज जारी होने के साथ ही झारखंड की तीन सीटों चतरा, हजारीबाग और कोडरमा के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू अयोध्या में राम लला को समर्पित कीं रामायण पर ड्राइंग व क्राफ्ट की अभ्यास पुस्तिकाएं झारखंड में चौथे चरण के लोकसभा सीट के लिए 65 प्रत्याशियों ने किया नामांकन प्रवेश प्रक्रिया- यूजी-पीजी दूसरा चरण मतदान मौसम-राजस्थान अनूपगढ़ : सिंचाई पानी को लेकर हुए विवाद में एक वृद्ध व्यक्ति की मौत लोकसभा चुनावों के चौथे चरण के लिए नामांकन पत्रों की जांच आज होगी लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत छत्तीसगढ़ के तीन लोकसभा क्षेत्रों में जोर-शोर से जारी है मतदान आज का राशिफल

कोंडागांव के परेशान गांववालों ने बनाया जुगाड़ का पुल

Khushboo Diwakar 22-08-2019 17:41:44

कोंडागांव . आजादी के 73 साल गुजरने के बाद भी नारायणपुर ब्लाॅक के ओरछा के दूसरी छोर पर जिला मुख्यालय नारायणपुर से 100 किमी दूर अबूझमाड़ इलाके के दर्जनभर गांवों में अब तक विकास नहीं हो पाया है। कोटूकल नदी जो डोडराबेड़ा और कुडमेल के बीच में से हाेकर बहती है। परेशान ग्रामीणों ने खुद ही नदी पर पत्थर, बांस व अन्य साधनों का उपयोग कर अस्थाई पुल तैयार कर उसके सहारे इन दिनों आवाजाही कर रहे हैं। कलेक्टर पीएस एल्मा ने कहा कि यहां पर पुल बनाने का प्रस्ताव अब तक नहीं
मिला है। 

पुल के बाद भी 40 किमी चलना पड़ रहा है ग्रामीणों को: ग्रामीणों ने बताया कि सालों बाद कुछ साल पहले नारायणपुर से ओरछा तक की सड़क तो बन गई है लेकिन एक दर्जन से अधिक गांवों में अब तक सड़क नहीं बनी है। जिसके चलते सबसे अधिक परेशानी ग्रामीणों को बारिश में हो रही है । डोंडर बेड़ा, कुड़मेल , जाटलूर, मुरूमवडा, डोडीमरका, हरबेल ,छोबे पदमेटा सहित दर्जन भर गांव के ग्रामीणों को उनके द्वारा बनाए गए इस पुल को पार कर 40 किलोमीटर की यात्रा पैदल करनी पड़ रही है।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :