ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने नयी तकनीक विकसित की है जो कैंसर के प्रकाश आधारित उपचार को सस्ता बनाने के साथ ही ज्यादा प्रभावी और मरीजों के लिए सुरक्षित बना सकता है।
प्रकाश आधारित या फोटोडाइनमिक थैरेपी पहले से ही स्वीकृत उपचार है जिसमें कैंसर कारी कोशिकाओं को खत्म करने के लिए ऐसी दवाओं का प्रयोग किया जाता है जो प्रकाश के संपर्क में आने पर ही काम करती हैं। बहरहाल, इनमें से कई दवाएं बिना प्रकाश के भी अकसर विषाक्त होती हैं जिससे मरीजों में कई दुष्प्रभाव होते हैं और
इलाज बेअसर हो जाता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ शेफील्ड में पीएचडी के छात्र जोस रिकार्डो एगिलर कोस्मे के इस अनुसंधान के तहत कार्बन के बेहद सूक्ष्म कण विकसित किए जो ट्यूमर तक कैंसर की दवाएं पहुंचा सके। अनुसंधानकर्ताओं ने छोटे कार्बन डॉट्स की मदद से इन दवाओं को सुधारने का प्रयास किया।
कार्बन डॉट ऐसे चमकदार सूक्ष्म कण होते हैं जो बहुत कम विषैले होते हैं। अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि कार्बन डॉट के सतह पर रखी गई दवा प्रकाश के बिना चार गुणा कम विषैली थी जबकि कैंसर को खत्म करने की उसकी क्षमता बरकरार थी।
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