नीदरलैंड के यूट्रेक्ट शहर के सभी 316 'बस स्टॉप्स' को 'बी स्टॉप्स' में तब्दील कर दिया गया है। इनकी छतों पर सेडम के पौधे लगाए गए हैं। प्रशासन कहना है कि इस पहल से ना केवल बस स्टॉप अच्छे दिखेंगे, बल्कि ये पौधे बस स्टॉप के आसपास की हवा को साफ रखने में मदद करेंगे। इसके अलावा, बारिश के पानी को स्टोर करने में मदद मिलेगी। यह पहल समर सीजन में बस स्टॉप को ठंडा भी रखेगी। इन्हें मधुमक्खियों के अभयारण्यों के तौर पर भी विकसित किया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया गया, जिसमें एक बस स्टॉप पर मधुमक्खी को उड़ते देखे जा सकता है। प्रशासन का कहना है कि नीदरलैंड में प्रदूषण (इनमें खराब एयर क्वालिटी शामिल) बीमारियों की दूसरी सबसे बड़ी वजह है। पिछले कुछ दशकों में एयर क्वालिटी को सुधारने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। आगे ऐसे और कदम उठाने की जरूरत है।
शहर की बायोडाइवर्सिटी बढ़ेगी : प्रशासन का कहना है कि शहर के बस स्टॉप्स की ग्रीन छतें बी (मधुमक्खियों) स्टॉप्स
भी होंगे। इससे शहर की बायोडाइवर्सिटी में इजाफा होगा। इससे मधुमक्खियों के समेत दूसरे कीड़ों को भी मदद मिलेगी।
बस की छतों पर भी लगेंगे पौधे : बस स्टॉप्स की कामयाबी के बाद अब बसों की छतों को भी इको ग्रीन बनाने की तैयारी हैं। आने वाले कुछ सालों में शहर के प्रत्येक सब स्टॉप पर सिंगल सोलर पैनल भी लगाएगा। इससे पहले फरवरी में यहां की मौजूदा बसों को बंद कर ई-बसे चलाने की घोषणा की गई थी, लेकिन उस पर अमल नहीं हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक, 2028 तक शहर को कार्बन फ्री यातायात देने की योजना पर काम हो रहा है।
पौधे और सोलर सिस्टम मिल रही सब्सिडी : प्रशासन ने लोगों से घरों की छतों पर सेडम के प्लांट लगाने और सोलर सिस्टम सेट कराने पर सब्सिडी देने का ऐलान किया है। सिटी वेबसाइट के अनुसार, हरी-भरी छतें स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं। इससे गर्मी के दिनों में काफी राहत मिलती है। छतों पर सेडम लगवाने और सब्सिडी का लाभ लेने के लिए छतों का 20 वर्ग मीटर का होना जरूरी है।
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments