उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण पहाड़ों के दरकने का सिलसिला जारी है. मंगलवार को ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग पर नीर गड्डू के पास भूस्खलन हुआ. इस कारण रास्ता बंद हो गया. मौके पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है. रास्ता बंद होने के कारण लंबा जाम लग गया है.
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई जिलों में लोगों का जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. इसे देखते हुए प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है. भूस्खलन की वजह से गंगोत्री हाईवे बाधित रहा. चमोली जिले में दो घर और दो गौशालाएं बारिश की वजह से जमींदोज हो गं. संयोग से दोनों घरों में उस वक्त कोई मौजूद नहीं था. मौसम विभाग ने लोगों को ऊपरी इलाके में जाने से मना किया है.
चारधाम यात्रा के संवेदनशील स्थानों पर एसडीआरएफ चैबीसों घंटे अलर्ट पर रहेगी. इसके लिए 30 टीमों को 63 स्थानों की जिम्मेदारी दी गई है. टीम स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आपदा कंट्रोल रूम से
तालमेल बनाए हुए है. सूचना मिलने पर टीम आपदा में फंसे लोगों की मदद को तत्पर रहेगी.
चारधाम यात्रा रूट और इससे लगे इलाकों में मॉनसून की बारिश विपदा बनकर टूट रही है. बारिश से सड़क बंद होने के साथ ही भूस्खलन, भू-धंसाव, कटाव, नदी के ऊफान पर आने जैसी घटनाएं बढ़ने लगी हैं. इससे देखते हुए आपदा प्रबंध को चैकन्ना किया गया है.
राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) के आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार टीमें अलर्ट पर रखी जा रही हैं. जरूरत पड़ने पर संवेदनशील इलाकों के पास सुरक्षित स्थानों पर शिविर लगाए जा रहे हैं. करीब 30 टीमें राज्यभर में तैनात की गई हैं. एहतियात के तौर पर अतिरिक्त टीमें भी मदद को रिजर्व रखी गई हैं. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी हैं, ताकि स्थानीय लोगों और यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े.
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