उत्तराखंड के ऋषिकेश में प्रशासन ने लक्ष्मण झूला पर स्थायी रूप से आवाजाही रोक दी है. उत्तराखंड सरकार के आदेश पर स्थानीय प्रशासन ने यह आदेश लागू किया है. लक्ष्मण झूला कई साल पुराना है. उत्तराखंड के ऋषिकेश में सुरक्षा कारणों से लक्ष्मण झूला बंद कर दिया गया है.
अब उत्तराखंड सरकार ने इसके बदले गंगा पर दूसरा पुल बनाने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में कहा था कि सरकार ने लक्ष्मण झूला बंद करने के बाद इसके बदले गंगा पर एक अन्य पुल बनाने का निर्णय किया है. जल्द ही इस पुल का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा.
वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि लक्ष्मण झूला अब और ज्यादा भार सहन नहीं कर सकता, क्योंकि पुल के ज्यादातर हिस्से बहुत कमजोर हो गए हैं या गिरने की स्थिति में पहुंच गए हैं. इसकी वजह से पुल का एक हिस्सा झुका हुआ सा महसूस होता है.
ये पुल करीब सौ साल पुराना हो चुका है और अब इस पुल को लोगों की आवाजाही समेत सभी तरह के यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने
बयान दिया था कि लक्ष्मण झूला बहुत पुराना हो गया था और लोगों का भार उठाने में सक्षम नहीं था. इसलिए हमारे पास उसे बंद करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने के मुताबिक लक्ष्मण झूले को चालू रखना बहुत जोखिम भरा था. खासकर आगामी कांवड़ यात्रा को देखते हुए ऐसा करना काफी मुश्किल था. इस दौरान हजारों श्रद्धालु इस पुल से होकर गुजरते हैं.
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि ऋषिकेश में गंगा पर दूसरा पुल बनाने का फैसला किया गया है. लक्ष्मण झूला को सांस्कृतिक धरोहर स्थल के रूप में कैसे संरक्षित किया जाए, इस पर विशेषज्ञों की राय ली जाएगी.
1923 में गंगा पर लक्ष्मण झूले का निर्माण किया गया था. लक्ष्मण झूला दो गांव टिहरी के तपोवन और पौड़ी के जोंक जिले को आपस में जोड़ता है. यह ऋषिकेश घूमने आने वाले सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है.
हिंदू मान्यता के अनुसार, यहीं से लक्ष्मण ने जूट की रस्सियों से गंगा पार की थी. इस पुल पर बहुत सारी हिंदी फिल्में और सीरियल भी शूट किए गए हैं. इसमें गंगा की सौगंध, सन्यासी और CID का नाम शामिल है.
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