दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तीसरी बार पटपड़गंज विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। क्षेत्र में बड़ी संख्या में पहाड़ी मतदाताओं को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने यहां से रवि नेगी को मैदान में उतारा है। पहाड़ी होने के साथ नेगी यहां के स्थानीय निवासी हैं। कांग्रेस ने भी इसी समीकरण को ध्यान में रखते हुए दो बार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे लक्ष्मण रावत पर दांव लगाया है।
पटपड़गंज विधानसभा सीट पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं। आप सरकार अपने शिक्षा मॉडल को चुनाव का बड़ा मुद्दा बना रही है। सिसोदिया को घेरने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने क्षेत्रीय समीकरणों का सहारा लिया है। दोनों दलों ने पहाड़ी वोटरों की संख्या को देखते हुए अपने प्रत्याशी उतारे हैं। पटपड़गंज विधानसभा में मंडावली, पूर्वी विनोद नगर, कल्याणपुरी, खिचड़ीपुर, शशि गार्डन, जवाहर कैंप, गांधी कैंप, अल्लाह कैंप, बिस्मिल कैंप का इलाका, पटपड़गंज, मयूर विहार फेस टू, डीडीए फ्लैट्स, चंद्रविहार का इलाका आता है। गांव और शहरी आबादी के चलते अलग-अलग वर्गों के वोट साधकर ही जीत का रास्ता निकलता है। सिसोदिया को घेरने के लिए भाजपा ने स्थानीय कार्यकर्ता रवि नेगी और कांग्रेस ने लक्ष्मण रावत पर दांव लगाया है। दोनों ही अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं।
’ स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की
स्थापना पटपड़गंज में की गई।
’ स्कूलों में नई इमारत और कमरे बनाने का काम किया गया है।
’ स्ट्रीट लाइट लगाने के साथ पार्कों का सौंदर्यीकरण किया गया है।
’ मोहल्ला क्लीनिक बनाने को भी आप अपनी बड़ी सफलता मानती रही है।
’ जवाहर कैंप, गांधी कैंप, अल्लाह कैंप, बिस्मिल कैंप में पानी की पाइप लाइन बिछाई गई है।
’ 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरा लगाने के अलावा आठ वाई-फाई स्पॉट बन चुके हैं।
उपमुख्यमंत्री का चुनाव प्रचार डोर-टू-डोर, पदयात्रा और छोटी जनसभाओं के सहारे चल रहा है। उनकी पत्नी भी जनसंपर्क में जुटी हैं। मनीष भाषणों में दिल्ली सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हैं। लोगों से अपने मंत्रालय के काम को गिनाते हुए केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए वोट मांग रहे हैं। भाजपा बड़े नेताओं की जनसभा के सहारे है। उत्तराखंड़ के नेताओं को भी चुनाव प्रचार में उतारा गया है।
छह विधानसभा चुनावों में पटपड़गंज का परिणाम हमेशा सत्ता के साथ रहा है। यहां से जीतने वाले विधायक की पार्टी ही दिल्ली में सरकार बनाती रही है। 1993 में यहां से भाजपा चुनाव जीती और उसकी सरकार बनी। वर्ष 1998 से 2008 तक यहां कांग्रेस चुनाव जीती और उसने शीला दीक्षित के नेतृत्व में सरकार बनाई। 2013 और 2015 विधानसभा चुनाव में मनीष सिसोदिया चुनाव जीते और दोनों बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनी।
2015 मनीष सिसोदिया (आप)
2013 मनीष सिसोदिया (आप)
2008 अनिल कुमार (कांग्रेस)
2003 आशीष सिंह गौतम (कांग्रेस)
1998 आशीष सिंह गौतम (कांग्रेस)
1993 ज्ञान चंद (भाजपा)
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments