अयोध्या में राम जन्मभूमि पूजन को लेकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने जिस तरह विरोध कर उस पर टिप्पणी की उसे भारत ने अफसोसजनक करार दिया है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि सीमा पार आतंकवाद में संलिप्त एक देश का यह रुख आश्चर्यजनक नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भारत के मामलों में दखल देने और साम्प्रदायिकता को शह देने से बचना चाहिए।
इससे पहले, पाकिस्तान ने राम जन्मभूमि पूजन पर कहा कि जहां बाबरी मस्जिद 5 सदियों से खड़ी थी वहां मंदिर बनाए जाने की वह निंदा करता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा है कि भारत के सुप्रीम कोर्ट के गलत फैसले की वजह से मंदिर निर्माण का रास्ता खुला है।
जबकि, पाकिस्तान की इमरान खान सरकार में रेल मंत्री शेख रशीद ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए उसे सांप्रदायिक करार
दिया है। रशीद ने एक बयान में कहा- भारत अब राम नगर हो गया है। वहां सेक्युलरिज्म नहीं रहा। इससे पहले, अयोध्या राम जन्मभूमि मामले में जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला राम मंदिर के पक्ष में आया था, उस वक्त भी रशीद ने कुछ इसी तरह की प्रतिक्रिया दी थी। तब रशीद ने कहा था कि भारत में अब हिंदूवादी ताकतें हावी हो गई हैं।
गौरतलब है कि लंबे चले कानूनी संघर्ष के बाद सुप्रीम कोर्ट ने फैसला राम जन्मभूमि के पक्ष में देते हुए राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त किया था। बुधवार को अयोध्या में भूमि पूजन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वहां की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने हिस्सा लिया। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के चलते ज्यादा लोगों को यहां पर आमंत्रित नहीं किया गया था।
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