शिमला. साहसिक खेलाें में सुरक्षा काे लेकर राज्य सरकार कई अहम कदम उठाने जा रही है। पैराग्लाइडिंग को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए सरकार मोबाइल ऐप तैयार करेगी। इस एप के जरिए पैराग्लाइडिंग पायलटों के उड़ान घंटाें को मॉनिटर किया जा सके।
कठिन ट्रैकिंग रूटों पर जाने वाले पर्यटकों की सुरक्षा के लिए जीपीएस ट्रैकिंग बैंड बनाए जाएंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति में राहत व बचाव कार्य को आसानी से किया जा सके। मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने शुक्रवार काे साहसिक पर्यटन गतिविधियों विशेषकर साहसिक खेलों जैसे रिवर राफ्टिंग व पैराग्लाइडिंग को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए आयोजित बैठक में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा
कि राज्य में इस प्रकार की गतिविधियों को सुनियोजित ढंग से बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। इन साहसिक खेलों को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।
बैठक में साहसिक पर्यटन से जुड़ी गतिविधियां पैराग्लाईडिंग, रिवर राफ्टिंग, ट्रैकिंग और धार्मिक यात्राओं में जोखिमों को कम करने और इस क्षेत्र को और अधिक संगठित करने पर विस्तृत चर्चा की गई। अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यटन) राम सुभग सिंह ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक आयु वर्ग के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि साहसिक पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए प्रदेश में साहसिक खेलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन खेलों को संचालित करने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं।
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments