इस बात की संभावना थी कि आयोग झारखंड के साथ दिल्ली विधानसभा के चुनाव का कार्यक्रम भी घोषित करेगा। लेकिन आयोग ने सिर्फ झारखंड का चुनाव कार्यक्रम ही घोषित करने की जानकारी दी है। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 22 फरवरी को पूरा हो रहा है।
साल 2014 में राज्य में पांच चरणों में चुनाव हुए थे। 25 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच चुनाव हुए जबकि 23 दिसंबर को परिणाम आए थे। भाजपा को 37 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा को 19, कांग्रेस को सात, ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन को
5 और झारखंड विकास मोर्चा प्रजातंत्र (जेवीएम-पी) को छह सीटों पर जीत मिली थी।
2014 में भाजपा यहां सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। झारखंड राज्य बनने के बाद यह पहली बार था जब किसी एक पार्टी को जनता ने इतनी सारे सीटों पर जीत दिलाई थी। भाजपा ने यहां आजसू और जेवीएम-पी के साथ मिलकर सरकार का गठन किया था। हालांकि 11 फरवरी, 2015 को जेवीएम-पी के सभी विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। इससे पहले राज्य में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, जलता दल यूनाइटेड और झारखंड मुक्ति मोर्चा की गठबंधन वाली सरकार का शासन था।
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