अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया,
पटना: बिहार में पांच विधान सभा और एक लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में नीतीश सरकार के नाम पर वोट मांगने की तैयारी हो गई. जेडीयू को भरोसा है कि नीतीश ब्रांड के नाम का जादू चलेगा. वहीं बीजेपी डबल इंजन की दुहाई देकर जीत का दावा कर रही है, लेकिन विरोधी नीतीश ब्रांड पर सवाल उठाकर महागठबंधन की जीत का दावा कर रहे हैं.
नीतीश कुमार के चेहरे पर मांगेंगे वोट
बिहार में उप चुनाव की हलचल तेज़ हो गई है. जनता के बीच तमाम पार्टियां वोट के लिए निकल पड़ी हैं. ज़ाहिर है उप चुनाव में मुद्दा कौन सा होगा, किस मुद्दे पर वोट मांगना है, इससे ज़्यादा चेहरे के नाम पर वोट मांगने की तैयारी तेज हो गई हैं. लोकसभा चुनाव में मोदी के चेहरे और चुनावी प्रचार के सहारे एनडीए ने शानदार जीत हासिल की थी लेकिन बात उपचुनाव की है तो मुद्दा स्थानीय हो जाता है.
फिर चलेगा नीतीश ब्रांड
ऐसे में नीतीश कुमार पर जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं. क्योंकि बिहार में एनडीए का चेहरा नीतीश कुमार ही हैं, जेडीयू को उम्मीद है कि नीतीश ब्रांड का जादू एक बार फिर से उपचुनाव में दिखेगा और पांच विधान सभा और एक लोकसभा सीट पर जीत एनडीए को ही मिलेगी. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष तो खुलकर नीतीश ब्रांड का जादू चलने की बात कह रहे हैं. जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि नीतीश कुमार के विकास की चर्चा पूरा देश करता है, उसका फ़ायदा उपचुनाव में भी मिलेगा.
'विकास का मतलब नीतीश कुमार होता है'
वही मंत्री श्याम रज़क कहते हैं कि नीतीश ब्रांड का जादू सिर्फ़ बिहार में ही नहीं बल्कि पूरे देश में चलता है. बिहार में उपचुनाव में नीतीश ब्रांड का जादू सर चढ़ कर बोलेगा. वही मंत्री लक्ष्मेश्वर राय और जेडीयू नेता कहते हैं कि इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए कि विकास का मतलब नीतीश कुमार होता है. इस
बार भी नीतीश ब्रांड के नाम पर ही जनता वोट देगी.
हार मिली, तो नीतीश पर उठेंगे सवाल
ज़ाहिर सी बात है, जेडीयू नेता को नीतीश ब्रांड पर भरोसा है तो इसके पीछे बड़ी वजह भी हैं. पांच में से चार विधान सभा सीट पर जेडीयू चुनाव लड़ रहा है और एक पर भाजपा. इसलिए अगर जेडीयू को जीत हासिल होती है तो आने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश ब्रांड की अहमियत और बढ़ेगी और इसका फायदा सीट बंटवारे पर भी दिखेगा, लेकिन अगर हार मिलती है तो नीतीश ब्रांड पर बड़ा सवालिया निशान भी उठेगा. क्योंकि लोकसभा चुनाव में जब बिहार में एनडीए को जीत मिली थी तब भी जेडीयू के नेता ने मोदी के साथ-साथ नीतीश कुमार को भी बराबर का क्रेडिट दिया था.
बीजेपी ने बनाया डबल इंजन की सरकार को मुद्दा
वहीं बिहार के उपचुनाव के बारे में जब नीतीश ब्रांड पर सवाल उठाया गया तो बीजेपी के नेता नीतीश ब्रांड की जगह डबल इंजन की सरकार के विकास का हवाला देकर जीत का दावा कर रहे हैं. विरोधी जो फिलहाल एक जुटता के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. नीतीश मॉडल पर सवाल उठा महागठबंधन के जीत का दावा कर रहे हैं. बीजेपी विधायक संजीव चौरसिया का कहना है कि बिहार और केंद्र दोनों जगह विकास हो रहा है और खासकर बिहार में डबल इंजन की सरकार है तो इसका फायदा चुनाव में भी मिलेगा. लेकिन कांग्रेस विधायक प्रेमचंद्र मिश्रा कहते है अब नीतीश ब्रांड का ज़माना गया. बीजेपी ही नीतीश ब्रांड को ख़त्म करना चाहती है. इस बार उपचुनाव में महागठबंधन को जीत मिलेगी.
जाहिर है उप चुनाव के परिणाम पर बिहार विधान सभा के 2020 की तस्वीर भी बहुत कुछ साफ़ हो जाएगी. तस्वीर इस बात की भी साफ़ होगी की कौन से ब्रांड का जादू 2020 में जनता के सर चढ़ कर बोलेगा. इसलिए नीतीश ब्रांड की सफलता और असफलता दोनों 2020 को प्रभावित करेगी, क्योंकि दांव पर नीतीश ब्रांड ही है.
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